Updated on: 12 March, 2024 03:05 PM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
महाराष्ट्र: मराठा आंदोलन के दौरान साजिश और हिंसा के आरोपों की जांच के लिए महाराष्ट्र सरकार ने एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है. नासिक के पुलिस आयुक्त संदीप कार्णिक एसआईटी के प्रमुख होंगे.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे
महाराष्ट्र: मराठा आंदोलन के दौरान साजिश और हिंसा के आरोपों की जांच के लिए महाराष्ट्र सरकार ने एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है. नासिक के पुलिस आयुक्त संदीप कार्णिक एसआईटी के प्रमुख होंगे.
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भाजपा विधायकों द्वारा उपमुख्यमंत्री फड़नवीस को दी गई धमकी का मामला विधानसभा में उठाए जाने के बाद महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश पर एसआईटी का गठन किया गया था.
28 फरवरी को महाराष्ट्र विधान परिषद में बोलते हुए सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा, ``मार्था आरक्षण के मुद्दे पर कई नेता बड़े हो गए हैं, जारांगे पाटिल ने मराठा आरक्षण की मांग उठाई थी, उनका कोई राजनीतिक बैकग्राउंड नहीं था और मैं भी उनके पास गया था. सभी प्रोटोकॉल को ताक पर रखते हुए मैंने उनसे दो बार मुलाकात की लेकिन अब वह डीसीएम, हमारे मंत्रियों और सरकार पर टिप्पणी कर रहे हैं...क्यों? वह डीसीएम के खिलाफ निम्न स्तर की भाषा का उपयोग कर रहे हैं, यह भाषा कार्यकर्ता की नहीं है, यह एक राजनीतिक भाषा है . राज्य में कई अन्य जातियां जा रही हैं, लेकिन यह जातियों के बीच भी संघर्ष पैदा करने का प्रयास है. हम किसी के खिलाफ ऐसी भाषा बर्दाश्त नहीं करेंगे. इसलिए एसआईटी को मामले की जांच करने दें और सच्चाई सामने आने दें. पानी होने दो).``
महाराष्ट्र के सीएम ने कहा, "हमने मराठा को आरक्षण दिया है और यह अदालत में भी टिकेगा, अदालत के सभी दिशानिर्देशों और मानदंडों का ठीक से अध्ययन किया गया है और तदनुसार. हमने आरक्षण दिया है, किसी अन्य समुदाय पर कोई अन्याय नहीं हुआ है, लेकिन लोग अफवाह फैला रहे हैं कि यह आरक्षण अदालत में टिक नहीं पाएगा क्यों? इसे कौन फैला रहा है?"
जारांगे-पाटिल के मराठा आरक्षण अभियान को `राजनीतिक सहयोगियों` से वित्तीय सहायता प्राप्त करने का आरोप है और आरोप है कि उन्होंने अभियान के दौरान भड़काऊ टिप्पणियां कीं. महाराष्ट्र राज्य सरकार ने संकेत दिया था कि अगर मराठा आरक्षण के लिए जारंगे पाटिल का मराठा आंदोलन राजनीति से प्रेरित, वित्त पोषित और अशांति पैदा करने का इरादा है, तो राज्य में कानून और व्यवस्था पर इसके प्रभाव का आकलन करने के लिए एक व्यापक एसआईटी जांच की जाएगी.
बीजेपी विधायक आशीष शेलार ने जांच की मांग उठाई थी, जिसके बाद महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने एसआईटी जांच के आदेश दिए. जारांगे पाटिल की अपील के कारण कथित तौर पर बीड जिले में एक महत्वपूर्ण सड़क नाकाबंदी हुई, जिससे जनता को असुविधा हुई.
पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की. इसके अतिरिक्त, बीड जिले में विभिन्न स्थानों पर ट्रैफिक जाम से संबंधित 25 अन्य मामले दर्ज किए गए हैं.
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