Updated on: 26 August, 2024 06:41 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
सड़कों पर वाहन खड़े होने की वजह से लोगों को सड़कों और चौराहों पर पानी से होकर गुजरना पड़ा. कुछ वाहन तो पानी से निकल गए, लेकिन कई दोपहिया वाहनों के साथ पैदल निकलते दिखे.
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गुजरात के कुछ इलाकों में भारी बारिश के बीच अहमदाबाद के रिहायशी इलाकों में सोमवार को भीषण जलभराव हो गया. शहर में कृष्ण जन्माष्टमी मनाने की तैयारियां जोरों पर हैं, वहीं अहमदाबाद जिले के घाटलोडिया और नारनपुरा समेत कई रिहायशी इलाकों में जलभराव हो गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सड़कों पर वाहन खड़े होने की वजह से लोगों को शहर की सड़कों और चौराहों पर पानी से होकर गुजरना पड़ा. कुछ वाहन तो पानी से निकल गए, लेकिन कई यात्री अपने दोपहिया वाहनों के साथ पैदल ही पानी से होकर निकलते दिखे.
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रिपोर्ट्स के मुताबिक नारनपुरा इलाके से आई तस्वीरों में एक यात्री अपनी मोटरसाइकिल के साथ पानी में गिरता हुआ दिखाई दे रहा है और अपना सामान निकालने की कोशिश कर रहा है. मौसम विभाग द्वारा गुजरात में भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी के मद्देनजर रविवार को मुख्य सचिव राजकुमार की अध्यक्षता में राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में समीक्षा बैठक हुई.
मुख्य सचिव ने विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारियों, सर्वेक्षण जिला कलेक्टरों और नगर आयुक्तों को संभावित खतरे के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी. रिपोर्ट्स के अनुसार बैठक में मौसम विभाग के एक अधिकारी ने गुजरात में इस सप्ताह भारी से बहुत भारी बारिश के पूर्वानुमान के बारे में विस्तृत जानकारी दी. मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के एक बयान के अनुसार, दक्षिण गुजरात के वलसाड, तापी, नवसारी, सूरत, नर्मदा और पंचमहल जिले भारी बारिश से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं. वापी और वलसाड में 24 से 25 अगस्त तक 24 घंटे में 326 मिमी बारिश दर्ज की गई है.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के आधार पर मुख्य सचिव ने जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों को सभी आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश दिए और मौजूदा बारिश की स्थिति को देखते हुए जिला और तालुका प्रशासनिक व्यवस्था के अधिकारियों और कर्मचारियों को मुख्यालय में ड्यूटी पर मौजूद रहने को कहा. रिपोर्ट्स के मुताबिक मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य में श्रावण मास के दौरान जिन स्थानों पर लोगों के बड़ी संख्या में एकत्र होने की संभावना है, वहां विशेष सतर्कता बरती जाए, ताकि भारी बारिश के कारण कोई दुर्घटना न हो. साथ ही, सभी प्रभारी सचिवों को अपने-अपने जिलों में उपस्थित रहकर स्थिति को ध्यान में रखते हुए प्रशासन को आवश्यक दिशा-निर्देश देने के निर्देश दिए. मुख्य सचिव ने संबंधित विभागों को बारिश रुकने के बाद पानी न भरने तथा बीमारी फैलने से रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए. उन्होंने संबंधित विभागों को बांधों की निरंतर निगरानी करने के लिए भी कहा.
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