Updated on: 15 August, 2024 03:20 PM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से देश को संबोधित किया. उनका ये भाषण 98 मिनट का था. जो अब तक लाल किले से स्वतंत्रता दिवस पर उनका सबसे लंबा भाषण रहा.
लाल किले से संबोधन के दौरान पीएम मोदी (पीटीआई)
Prime Minister PM Modi Speech On Independence Day 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से देश को संबोधित किया. उनका ये भाषण 98 मिनट का था. जो अब तक लाल किले से स्वतंत्रता दिवस पर उनका सबसे लंबा भाषण रहा.
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पिछले साल स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी ने 90 मिनट का संबोधन देश के नाम किया था. पीएम मोदी ने साल 2016 में 96 मिनट का भाषण दिया था. इस बार स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी ने ये रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है. साल 2019 में इस भाषण का समय 93 मिनट था. साल 2014 में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उन्होंने 65 मिनट का संबोधन देश के नाम किया था. साल 2017 में उन्होंने सबसे कम 1 घंटे से भी काम का समय अपने भाषण के लिया था. वहीं, साल 2018 में उन्होंने 83 मिनट तक भाषण दिया था. (Prime Minister PM Modi Speech On Independence Day 2024)
We have moved from the stale status-quo mindset to one of growth and reforms. pic.twitter.com/c9D3H5Wd73
— Narendra Modi (@narendramodi) August 15, 2024
पीएम मोदी ने कहा, "मैं आज लाल किले से एक बार फिर अपनी पीड़ा व्यक्त करना चाहता हूँ. एक समाज के रूप में हमें महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के बारे में गंभीरता से सोचना होगा - देश में इसके खिलाफ आक्रोश है. मैं इस आक्रोश को महसूस कर सकता हूं. देश, समाज और राज्य सरकारों को इसे गंभीरता से लेना होगा. महिलाओं के खिलाफ अपराधों की त्वरित जांच, इन राक्षसी कृत्यों को अंजाम देने वालों को जल्द से जल्द सख्त सजा मिलना जरूरी है - समाज में विश्वास पैदा करने के लिए यह जरूरी है." (Prime Minister PM Modi Speech On Independence Day 2024)
पीएम मोदी ने कहा, "मैं यह भी कहना चाहूंगा कि जब बलात्कार और महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं होती हैं, तो इस पर व्यापक चर्चा होती है. लेकिन जब ऐसी राक्षसी प्रवृत्ति के व्यक्ति को सजा मिलती है, तो यह खबरों में नहीं दिखता, बल्कि एक कोने में सिमट कर रह जाता है. समय की मांग है कि सजा पाने वालों पर व्यापक चर्चा हो ताकि ऐसा करने वालों को यह समझ में आए कि इसके लिए फांसी की सजा मिलती है. मुझे लगता है कि यह डर पैदा करना बहुत जरूरी है." (Prime Minister PM Modi Speech On Independence Day 2024)
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