Updated on: 03 December, 2024 02:30 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
Markadwadi Ballot Paper Voting Update: महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के मारकडवाडी गांव में बैलेट पेपर से मतदान के दौरान पुलिस प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी, जिसके कारण मतदान प्रक्रिया रोक दी गई.
X/Pics, Aaditya Thackeray
महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के मालसिरस विधानसभा सीट के अंतर्गत आने वाले मारकडवाडी गांव में बैलेट पेपर से मतदान का आयोजन किया गया था, लेकिन मतदान के दिन गांव में स्थिति ने मोड़ लिया जब पुलिस प्रशासन ने गांव में धारा 144 लागू कर दी. धारा 144 के लागू होने के बाद गांववासियों ने मतदान प्रक्रिया को रोक दिया और जिला प्रशासन ने इस मतदान कार्यक्रम को रद्द कर दिया. इस घटनाक्रम को लेकर गांव में तनाव का माहौल बन गया है, और अब तक इस मामले में 17 लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है.
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वहीं, शिवसेना (UBT) के नेता और विधायक आदित्य ठाकरे ने इस मामले पर तीव्र प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने चुनाव आयोग को निशाने पर लेते हुए सोशल मीडिया पर ट्वीट किया, "चुनाव आयोग क्यों डर रहा है? इस आने वाली सरकार ने मरकडवाडी में कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया है. एक झूठ को छिपाने के लिए एक और झूठ बोला जा रहा है. चोरी का परिणाम, दुनिया देख रही है कि भारत में लोकतंत्र की हत्या कैसे की जा रही है." आदित्य ठाकरे का आरोप है कि सरकार द्वारा लोकतंत्र की हत्या की जा रही है और चुनाव आयोग इस पूरी घटना पर चुप है.
निवडणूक आयोगाला कसली भीती आहे?
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) December 3, 2024
की येऊ घातलेल्या सरकारने कर्फ्यू लावण्याचा आदेश दिला आहे?
अजून एक खोटं दुसरं खोटं लपवण्यासाठी!
भारतात लोकशाहीची हत्या कशी केली जातेय, हे जगानं पाहिलं पाहिजे. pic.twitter.com/v8qA12Ozfu
मारकडवाडी में बैलेट पेपर से मतदान की योजना पहले से बनाई गई थी, लेकिन चुनाव आयोग और प्रशासन ने अचानक कदम उठाकर मतदान को रद्द कर दिया. इस कदम को लेकर गांववाले और स्थानीय नेता दोनों ही असहमत हैं. उनका कहना है कि प्रशासन का यह कदम लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास है और यह गांववालों के अधिकारों का उल्लंघन है.
इस घटना के बाद से गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है. स्थानीय लोग और नेता इस फैसले का विरोध कर रहे हैं, जबकि पुलिस और प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने में जुटे हैं. 17 व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने से गांव में और भी असहमति और असंतोष उत्पन्न हुआ है. यह घटनाक्रम राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है, और अब देखने वाली बात यह होगी कि इस पूरे मामले में आगे प्रशासन और चुनाव आयोग का क्या रुख रहेगा.
मारकडवाडी में लोकतांत्रिक प्रक्रिया की इस स्थिति को लेकर विपक्षी दलों का आरोप है कि यह एक सुनियोजित साजिश हो सकती है, जिसका उद्देश्य चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करना है.
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