विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, "अगर आपको याद हो, पहले जो लोग खुद को बुद्धिमान समझते थे, वे संसद में पूछते थे कि भारतीयों के पास इतनी बैंक शाखाएँ क्यों नहीं हैं, अपर्याप्त इंटरनेट कनेक्टिविटी, अपर्याप्त बिजली और फिनटेक क्रांति कैसे होगी. उन्होंने मुझसे, एक चायवाले पीएम से पूछा है. लेकिन आज देखिए क्या हुआ है, पिछले 10 सालों में भारत में ब्रॉडबैंड के उपयोगकर्ता 6 करोड़ से बढ़कर 94 करोड़ हो गए हैं. आज, 18 वर्ष से अधिक आयु का शायद ही कोई भारतीय हो जो ब्रॉडबैंड का उपयोग न करता हो, जिसके पास कोई डिजिटल पहचान न हो."