Updated on: 25 December, 2024 09:35 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
ऐन आर टैलेंट एंड इवेंट मैनेजमेंट द्वारा आयोजित किया गया ‘सौ साल पहले’ नामक यह कॉन्सर्ट भारत में सोनू निगम का पहला मोहम्मद रफ़ी को समर्पित शो रहा.
सोनू निगम
क्रिसमस ईव 2024 भारत के लिए एक ऐतिहासिक दिन बना, जब महान गायक मोहम्मद रफ़ी की 100वीं जयंती मनाई गई. इस मौके पर पद्मश्री सोनू निगम ने नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर (NMACC) में अपने ‘आइडल’ मोहम्मद रफ़ी को समर्पित एक भावुक श्रद्धांजलि दी. ऐन आर टैलेंट एंड इवेंट मैनेजमेंट द्वारा आयोजित किया गया ‘सौ साल पहले’ नामक यह कॉन्सर्ट भारत में सोनू निगम का पहला मोहम्मद रफ़ी को समर्पित शो रहा. इसमें उन्होंने रफ़ी साहब के कालजयी गीतों में से लगभग 50 सदाबहार गानों की शानदार प्रस्तुति दी, जिसे 50 सदस्यों की लाइव ऑर्केस्ट्रा ने संगत दिया.
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इस खास मौके पर मोहम्मद रफ़ी के परिवार के सदस्य भी मौजूद थे, जिनमें उनके बेटे शाहिद रफ़ी और बहु फिरदौस रफ़ी शामिल थे. दिवंगत उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान के बेटे रब्बानी मुस्तफा खान और उनकी पत्नी नम्रता गुप्ता खान ने इस भावपूर्ण श्रद्धांजलि के लिए आदर्श मेज़बान की भूमिका निभाई. सोनू निगम ने शाम की शुरुआत बैकस्टेज पूजा से की. मोहम्मद रफी को नमन करते हुए वह मंच पर आए और अपनी प्रस्तुति की शुरुआत की, जिसमें उन्होंने ‘तू कहीं आस पास है दोस्त’, ‘मेरा तो जो भी कदम’, और ‘दिल का सूना साज़’ जैसे खूबसूरत गाने गाए.
पूरी तरह से खचाखच भरे NMACC ग्रैंड थिएटर में दर्शक “वी लव यू, सोनू निगम!” के जयकारों से गूंज उठे. उन्होंने ‘ये चांद सा रोशन चेहरा’, ‘मैंने पूछा चांद से’, ‘बहारों फूल बरसाओ’, ‘पुकारता चला हूँ मैं’, ‘क्या हुआ तेरा वादा’, ‘परदेसियों से न आंखें मिलाना’, ‘दर्द-ए-दिल’, ‘ओ हसीना ज़ुल्फ़ों वाली’, ‘आजा-आजा’, और भी कई गाने गाए.
एक भावुक क्षण में, सोनू के पिता, अगम कुमार निगम, भी मंच पर आए और उन्होंने भी इस महान गायक को श्रद्धांजलि अर्पित की. भावुक सोनू ने रफ़ी साहब के प्रभाव को अपनी ज़िंदगी पर रेखांकित करते हुए कहा, “रफ़ी साहब मेरे म्यूजिकल फादर हैं. मेरे पिता ने मुझे रफ़ी साहब के संगीत से परिचित करवाया, और रफ़ी साहब ने मुझे वो बनाया जो मैं आज हूँ …रफ़ी साहब की वजह से मैं हूं, मेरा वजूद है.”
इस खास मौके पर, रब्बानी मुस्तफा खान और नम्रता गुप्ता खान ने सोनू निगम को मोहम्मद रफ़ी की एक सुंदर मूर्ति प्रेजेंट की. “सोनू जी हमारे लिए परिवार हैं. `सौ साल पहले` का आयोजन न सिर्फ एक बड़ी ज़िम्मेदारी थी बल्कि नम्रता और मेरे लिए एक भावनात्मक यात्रा भी थी. रब्बानी मुस्तफा खान ने व्यक्त किया, ``सोनू जी को ऐसे ऐतिहासिक अवसर पर अपने ‘आइडल’ को इतनी शिद्दत से याद करते देखना और उनके लिए अपनी आत्मा को समर्पित करते देखना अविश्वसनीय रूप से भावुक करने वाला पल रहा.`` सोनू निगम ने ‘सौ साल पहले’ और `हैप्पी बर्थडे रफ़ी साहब` इन गानों के साथ इस अविस्मरणीय शाम का समापन किया.
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