Updated on: 04 August, 2024 05:57 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
अब प्रशासन के साथ-साथ साउथ फिल्मों के कलाकारों ने भी मुसीबत में फंसे लोगों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है.
Vignesh Shivan-Nayanthara and Allu Arjun (file photo)
केरल के वायनाड में भूस्खलन के बाद भारी तबाही हुई है. इस प्राकृतिक आपदा में अब तक 308 लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग अभी भी लापता हैं. केरल में भूस्खलन की घटना के बाद सरकार ने मृतकों और क्षतिग्रस्त लोगों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. अब प्रशासन के साथ-साथ साउथ फिल्मों के कलाकारों ने भी मुसीबत में फंसे लोगों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है. साउथ फिल्म स्टार नयनतारा, उनके पति विग्नेश सिवन, मोहनलाल ने राहत कोष में लाखों रुपये दान किए हैं और अब `पुष्पा 2` एक्टर अल्लू अर्जुन ने भी मदद का हाथ बढ़ाया है. अल्लू अर्जुन ने केरल भूस्खलन राहत कोष में 25 लाख रुपये का योगदान दिया है. 30 जुलाई को चुरालमाला और मुंडक्कई में भूस्खलन हुआ. इसे लेकर कई कलाकारों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर पीड़ितों के लिए प्रार्थना की और उनकी आर्थिक मदद भी की.
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अल्लू अर्जुन ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर कर भूस्खलन की घटना पर दुख जताया है. अल्लू अर्जुन ने लिखा, ``मैं वायनाड में हुए हालिया भूस्खलन से बहुत दुखी हूं. केरल ने मुझे हमेशा बहुत प्यार दिया है और मैं इसके पुनर्निर्माण के लिए केरल सीएम राहत कोष में 25 लाख रुपये दान करके फिर से योगदान देना चाहता हूं. साथ ही आपकी सुरक्षा और ताकत के लिए प्रार्थना कर रहा हूं.` अल्लू अर्जुन से पहले साउथ सुपर स्टार मोहनलाल ने भी 3 करोड़ रुपये की मदद की थी.
मोहनलाल ने प्रभावित इलाकों का दौरा भी किया और इसकी एक झलक सोशल मीडिया पर भी साझा की. इसके साथ ही शाहरुख खान की फिल्म `जवां` में नजर आईं एक्ट्रेस नयनतारा और उनके पति विग्नेश शिवन ने भी राहत कोष में 20 लाख रुपये दान किए हैं. फिलहाल वायनाड में राहत और बचाव कार्य जारी है. 30 जुलाई को चुरालमाला और मुंडक्कई में भूस्खलन हुआ. कई लोग अभी भी लापता हैं और एनडीआरएफ और भारतीय सेना के जवानों द्वारा लगातार बचाव अभियान चलाया जा रहा है.
वायनाड में भूस्खलन की भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा जारी एक उपग्रह-छवि से पता चला है कि 86,000 वर्ग मीटर भूमि ढह गई थी और कीचड़ इरुवनजिप्पुझा नदी में आठ किलोमीटर तक बह गया था. उस दौरान इसकी चपेट में आए गांव बह गए या मिट्टी में दब गए. हैरानी की बात यह है कि जिस जगह पर भूस्खलन हुआ, वहां पिछले साल भी भूस्खलन हुआ था. भले ही इसरो ने उनकी फोटो के साथ सबूत जारी किए हों, लेकिन ये साफ है कि केरल सरकार ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया.
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