स्वर्णिम ने कहा,“जब मैं 5 साल का था, मैंने एक शिव स्तुति का प्रदर्शन किया और एक स्थानीय इंदौर नृत्य प्रतियोगिता में शिव की मुख्य भूमिका निभाई थी. इस प्रतियोगिता में मैं विजयी भी रहा. नौ साल की उम्र में, मैंने एक स्कूल प्रतियोगिता में भाग लिया जहां मैंने गणेश वंदना की और राधा कृष्ण नृत्य में भी भाग लिया, दोनों में प्रथम पुरस्कार जीता. मैंने उन प्रदर्शनों में गणेश और कृष्ण के मुख्य पात्रों का भी रोल किया था. इसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा, डांस के प्रति मेरा लगाव हमेशा से रहा है.``