Updated on: 28 June, 2024 09:48 AM IST | Mumbai
Diwakar Sharma
पुलिस को बताया कि वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद का रहने वाला है. रोहित के फर्जी आधार कार्ड के पते में हरियाणा का रहने वाला बताया गया है.
रोहित यादव, रिंच किलर. Pics/Hanif Patel
Vasai Murder Case: वसई रिंच किलर के माता-पिता ने वालिव पुलिस को बताया कि रोहित यादव उर्फ रोहित पाल से हमारा कोई संबंध नहीं है. वह हमारे लिए मर गया है. क्योंकि वह लगभग 14 साल पहले गाजियाबाद में घर छोड़ने के बाद कभी उनसे मिलने नहीं आया. वालिव पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक जयराज राणावरे ने कहा, "उसके माता-पिता गाजियाबाद (हरियाणा की सीमा पर) के एक गांव में रहने वाले मजदूर हैं. उन्होंने हमें बताया कि रोहित लगभग 14 साल पहले घर से निकला था और कभी वापस नहीं लौटा."
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रोहित के पिता रामनिवास पाल ने वालिव पुलिस की एक टीम को बताया कि उन्हें याद नहीं है कि उन्होंने रोहित का पता लगाने के लिए गाजियाबाद के किसी भी पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी या नहीं, जो लगभग 15 साल की उम्र में अचानक घर से चला गया था.` रोहित के माता-पिता को पुलिस ने इस बात की जानकारी दी कि उनके बेटे ने दिनदहाड़े एक लड़की की बेरहमी से हत्या कर दी है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए रोहित के पिता ने पुलिस को बताया कि `वह उनके लिए मर चुका है क्योंकि वह पिछले 14 सालों में कभी उनसे मिलने नहीं आया.` उन्होंने कहा कि घर से निकलने के बाद उन्होंने रोहित से सभी संबंध तोड़ लिए." हत्यारा, जो वसई ईस्ट में स्थित एक छोटी-सी कंपनी में काम करता था, ने 35 सेमी का औद्योगिक रिंच चुराया था, जिससे उसने 18 जून को वालिव में कई लोगों की मौजूदगी में अपनी पूर्व प्रेमिका आरती यादव, पर हमला किया था.
राणावरे ने कहा बताया कि "रोहित वालिव स्थित एक कंपनी में एक छोटे-से-स्तर का कर्मचारी था, जहाँ से उसने हत्या का हथियार उठाया था. हमें गुम हुए `औद्योगिक रिंच` से संबंधित कोई चोरी की शिकायत नहीं मिली है.:" पुलिस ने कहा कि आरती के माता-पिता उनके द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई से संतुष्ट हैं. राणावरे ने जानकारी देते हुए बताया कि शुरू में, रिंच किलर अपने परिवार के बारे में भ्रामक जानकारी दे रहा था. लेकिन बाद में, उसने सारी बातें उगल दीं और पुलिस को बताया कि वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद का रहने वाला है. रोहित के फर्जी आधार कार्ड के पते में हरियाणा का रहने वाला बताया गया है. पुलिस को अभी यह जांच करनी है कि उसका फर्जी आधार कार्ड कैसे बना.
रोहित ने पुलिस को बताया कि उसने घर छोड़ दिया क्योंकि उसके पिता अक्सर छोटी-छोटी बातों पर उससे मारपीट करते थे. उसने कहा कि जब वह लगभग 14 साल का था, तब उसने घर छोड़ दिया था. वह हरियाणा और बाद में गुजरात चला गया. वह 2018 में बेहतर जीवन की तलाश में मुंबई चला गया और नालासोपारा में एक किफायती कमरे में रहने लगा. उसने आरती को डेट करना शुरू कर दिया, जिससे वह शादी करना चाहता था. उसके माता-पिता इस रिश्ते के बारे में जानते थे और चाहते थे कि रोहित शादी से पहले कम से कम एक छोटा सा घर खरीद ले. रोहित पैसे बचाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन पर्याप्त बचत नहीं कर पा रहा था. इसलिए, आरती ने घर खरीदने के लिए काम करने और अपनी बचत बढ़ाने का फैसला किया.`
रोहित ने पुलिस को आगे बताया कि `हालाँकि, आरती की दिलचस्पी उसके कार्यस्थल पर किसी और में हो गई, जिससे रोहित नाराज हो गया और उसने उसकी हत्या की योजना बनाई. रोहित को गुरुवार को वसई कोर्ट में पेश किया गया और न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया. जोनल डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस पूर्णिमा चौगुले श्रृंगी ने कहा, "हमारे पास उसके खिलाफ मजबूत चार्जशीट दाखिल करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं."
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