ब्रेकिंग न्यूज़
होम > मुंबई > मुंबई न्यूज़ > आर्टिकल > Virar Murder: विरार में 2 बच्चियों की महिला की हत्या से सनसनी, प्रेमी ने गला घोंटा, पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

Virar Murder: विरार में 2 बच्चियों की महिला की हत्या से सनसनी, प्रेमी ने गला घोंटा, पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

Updated on: 26 June, 2024 08:21 AM IST | Mumbai
Diwakar Sharma | diwakar.sharma@mid-day.com

संदिग्ध ने हमें बताया कि वह उस पर अपनी पत्नी को तलाक देने के लिए दबाव डाल रही थी.

Pics/Hanif Patel

Pics/Hanif Patel

की हाइलाइट्स

  1. 32 वर्षीय महिला की हत्या उसके प्रेमी ने उसकी साड़ी से गला घोंटकर की
  2. हत्यारे को विरार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है
  3. शव को पोस्टमार्टम के लिए जेजे अस्पताल भेज दिया गया है

32 वर्षीय महिला की उसी की साड़ी से गला घोंटकर हत्या कर दी गई, जो पिछले चार सालों से उसका प्रेमी था. कथित हत्यारे शेखर कदम (38) को विरार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और शव को पोस्टमार्टम के लिए जेजे अस्पताल भेज दिया गया है. सूत्रों ने मिड-डे को बताया कि मृतक धनश्री अंबादासकर, दो लड़कियों की मां थी और वह कदम से शादी करना चाहती थी. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "उसने कदम को 16 बार फोन किया था और हत्या वाले दिन उससे मिलने के लिए कहा था." संदिग्ध ने हमें बताया कि वह उस पर अपनी पत्नी को तलाक देने के लिए दबाव डाल रही थी, लेकिन वह ऐसा करने के लिए तैयार नहीं था." उन्होंने कहा, मृतक कदम से तब मिलती थी, जब उसका पति काम पर जाता था. एक अधिकारी ने कहा, "दोपहर का समय विरार ईस्ट में आरोपी शेखर कदम महिला से मिलने पहुंचा. इस समय को दोनों ने इस लिए चुना था क्योंकि महिला के घर पर कोई नहीं रहता था. सोमवार को महिला लगातार कदम को फोन कर रही थी, जो उसके घर पहुंचा और दोनों में बहस होने लगी." विरार पुलिस स्टेशन से जुड़े एक अधिकारी ने बताया, "कदम को गुस्सा आ गया और उसने उसके साथ मारपीट की. जब वह फर्श पर गिर गई, तो उसने उसके पड़ोसियों की मदद ली, जिन्होंने डॉक्टर को बुलाया."


मिड-डे ने डॉ. गुलाब देशमुख से बात की, जिन्हें सोमवार शाम को मृतक के पड़ोसी ने बुलाया था.` उन्होंने ज्यादा जानकारी देते हुए बताया कि `मुझे बताया गया कि महिला को चक्कर आ रहा था. इसलिए, मैं वहां गया और उसका इलाज किया. उसके सभी पैरामीटर ठीक थे. जब मैं गया तो संदिग्ध कमरे में मौजूद था. उसका हल्का इलाज करने के बाद, मैंने उनसे कहा कि वे महिला को फूलपाड़ा में मेरे क्लिनिक में ले आएं." डॉ. देशमुख ने मिड-डे को बताया, "शाम करीब 6.30 बजे, मुझे उसी नंबर से एक और कॉल आया, लेकिन इस बार, कॉल करने वाला संदिग्ध [कदम] था. उसने मुझे बताया कि वही महिला असहज महसूस कर रही थी. इस बार मैंने एक नर्स को उसके घर भेजा, लेकिन उसे होश में लाने में बहुत देर हो चुकी थी."


एफआईआर


मृतका के पति ने विरार में ऑटो-रिक्शा चालक कदम के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. विरार पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक विजय पवार ने कहा, “हमने भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) के तहत एफआईआर दर्ज की है और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. उसे वसई की एक अदालत में पेश किया गया और आगे की जांच चल रही है.” शिकायतकर्ता रूपेश अंबादासकर ने कहा, “शव को जेजे अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और अब हम घर वापस जा रहे हैं. मेरी जिंदगी बर्बाद हो गई है.” मंगलवार शाम को शवों को विरार वापस लाए जाने की उम्मीद थी.

सामाजिक पहलू

वसई-विरार में एक सप्ताह में यह तीसरी ऐसी वीभत्स घटना है. पहली हत्या 18 जून की सुबह हुई जब 20 वर्षीय आरती यादव की हत्या उसके पूर्व प्रेमी रोहित यादव उर्फ ​​रोहित पाल ने की, जो अस्वीकृति को बर्दाश्त नहीं कर सका. रोहित ने सैकड़ों दर्शकों की मौजूदगी में उसे बार-बार पीटा, जो हस्तक्षेप करने के बजाय घटना को रिकॉर्ड करने में व्यस्त थे. दो दिन बाद, एक बुजुर्ग महिला को उसके दामाद प्रशांत खैरे, 49 ने चाकू घोंपकर मार डाला, जिसने उसके हाथ-पैर बांध दिए और फिर उसके दो छोटे बच्चों की मौजूदगी में उसका गला रेत दिया. वसई में एक सप्ताह के भीतर लगातार तीन महिलाओं की भयावह हत्याएं वसई, विरार और नालासोपारा क्षेत्रों में तेजी से बढ़ती आबादी में घरेलू हिंसा के चौंकाने वाले परिणाम हैं. वसई तालुका में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध के बारे में बात करते हुए वसई कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता दिगंबर देसाई ने मिड-डे को बताया कि एकल परिवारों में रहने वाले लोगों में हताशा का स्तर बहुत अधिक है.

“हम एक पितृसत्तात्मक समाज में रहते हैं लेकिन महिलाओं ने काम करना शुरू कर दिया है. लेकिन कार्यस्थल से घर आने के बाद, उन्हें घर का काम करना पड़ता है जबकि पुरुष कुछ नहीं करते। एकल परिवारों में विवादों के पीछे यह एक प्रमुख कारण है. ये मतभेद निराशा की ओर ले जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप घरेलू हिंसा होती है,” देसाई ने कहा.

उन्होंने कहा कि लोगों के कुछ वर्गों में कानून के प्रति कोई सम्मान नहीं है “क्योंकि पुलिस बल में व्यापक भ्रष्टाचार है”. “अपराधियों का मानना ​​है कि वे अपराध करके बच सकते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि वे किसी भी चीज़ से पैसे कमा सकते हैं. पुलिस पर भी काम का बोझ है और वे मामलों पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते क्योंकि अपराध होते रहते हैं,” उन्होंने कहा.

‘थ्रिलर को दोष देना’

इस बीच, बॉम्बे हाईकोर्ट की एक अन्य वरिष्ठ अधिवक्ता आभा सिंह ने कहा, “पुलिस हर जगह नहीं पहुँच सकती, लेकिन स्थानीय समुदाय वास्तव में महिलाओं की सुरक्षा के लिए चमत्कार कर सकता है. इस तरह की भीषण हत्याओं के पीछे मुख्य कारण ओटीटी प्लेटफॉर्म और सोशल मीडिया पर क्राइम थ्रिलर हैं. लोग ओटीटी प्लेटफॉर्म देख रहे हैं और अपने विरोधियों पर हमला करने के गुर सीख रहे हैं. वसई में दिनदहाड़े हुई हत्या में हमने जो देखा है, वह अपराध थ्रिलर का मिश्रित प्रभाव और उच्च स्तर की हताशा है, क्योंकि लड़के को स्पष्ट रूप से अस्वीकार कर दिया गया था.”

अन्य आर्टिकल

फोटो गेलरी

रिलेटेड वीडियो

This website uses cookie or similar technologies, to enhance your browsing experience and provide personalised recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy. OK