Updated on: 09 January, 2025 11:42 AM IST | mumbai
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने महाकुंभ 2025 की तैयारियों को लेकर कहा कि यह दुर्लभ आयोजन 144 वर्षों बाद हो रहा है.
X/Pics, Keshav Prasad Maurya
प्रयागराज, जो अपनी आध्यात्मिक महत्ता और पवित्र संगम के लिए विश्व प्रसिद्ध है, एक बार फिर महाकुंभ 2025 के ऐतिहासिक आयोजन के लिए सज-धज रहा है. यह कुंभ मेला, 144 वर्षों बाद आने वाला एक दुर्लभ संयोग है, और इसे भव्य और दिव्य रूप में आयोजित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है. महाकुंभ को लेकर साधु-संतों का प्रयागराज में आगमन प्रारंभ हो चुका है. विभिन्न अखाड़ों और मठों से आए ये पूज्य संत, अपने अनुयायियों और भक्तों के साथ, नगाड़ों और ढोल की ध्वनि के साथ स्वागत प्राप्त कर रहे हैं. संगम नगरी, जो पहले ही अपनी पवित्रता और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जानी जाती है, अब साधु-संतों की दिव्यता से और अधिक आलोकित हो उठी है.
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#WATCH प्रयागराज: महाकुंभ 2025 की तैयारियों पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, "प्रयागराज महाकुंभ 2025 का यह दुर्लभ संयोग 144 वर्षों के बाद आया है... सभी पूज्य साधू-संतों, सभी श्रद्धालुओं का प्रयागराज की धरती पर हार्दिक स्वागत करते हैं... उत्तर प्रदेश… pic.twitter.com/1rfJvBmx0O
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 9, 2025
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने महाकुंभ 2025 की तैयारियों पर चर्चा करते हुए कहा, “प्रयागराज महाकुंभ 2025 का यह दुर्लभ संयोग 144 वर्षों के बाद आया है. यह आयोजन न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से भी अद्वितीय है. सभी पूज्य साधु-संतों और श्रद्धालुओं का संगम नगरी की पवित्र धरती पर हार्दिक स्वागत है.”
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार ने महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने के लिए व्यापक योजनाएं बनाई हैं. उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो. कुंभ का आयोजन सुरक्षित, स्वच्छ और सुव्यवस्थित तरीके से किया जा रहा है. तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्थाएं, स्वच्छता अभियान, परिवहन प्रबंधन और डिजिटल तकनीकों का उपयोग सुनिश्चित किया गया है.”
महाकुंभ के आयोजन में सुरक्षा और स्वच्छता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है. सुरक्षा के लिए आधुनिक उपकरणों और तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जबकि पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्वच्छता के विशेष इंतजाम किए गए हैं. प्रयागराज की सड़कों, घाटों और टेंट सिटी को भव्य रूप से सजाया जा रहा है.
सरकार का मानना है कि महाकुंभ न केवल धार्मिक आस्था का पर्व है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक एकता और समृद्धि को भी दर्शाता है. लाखों श्रद्धालुओं के आगमन से यह आयोजन विश्व मंच पर भारत की आध्यात्मिक धरोहर और परंपराओं की शक्ति को प्रदर्शित करेगा.
महाकुंभ 2025 के आयोजन की भव्यता और दिव्यता ने पहले ही लोगों के मन में उत्साह और उल्लास भर दिया है. संगम नगरी प्रयागराज, जो पहले से ही अध्यात्म और आस्था का केंद्र है, इस आयोजन के माध्यम से एक नई गाथा लिखने के लिए तैयार है.
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