Updated on: 26 March, 2025 02:46 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
एक विशेष साक्षात्कार में, सीएम योगी ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार बंगाल से प्रयागराज में आने वाले श्रद्धालुओं की भारी संख्या से भयभीत थी.
मुख्यमंत्री ने महाकुंभ को "मृत्यु कुंभ" कहने पर ममता की आलोचना की
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की कड़ी आलोचना की है, जिन्होंने प्रयागराज में हाल ही में हुए महाकुंभ को कुप्रबंधन के दावों के कारण "मृत्यु कुंभ" करार दिया था. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार एक विशेष साक्षात्कार में, सीएम योगी ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार बंगाल से प्रयागराज में आने वाले श्रद्धालुओं की भारी संख्या से भयभीत थी, जहाँ 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रतिदिन 50,000 से 100,000 तीर्थयात्री आते थे.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने विपक्षी दलों पर उनकी नकारात्मक टिप्पणियों के लिए पलटवार किया और उन्हें "भारत की आस्था का अपमान" और "तुष्टिकरण" कहा. यूपी सीएम ने कहा, "13 जनवरी से 26 फरवरी तक बंगाल से हर दिन 50,000 से 100,000 श्रद्धालु प्रयागराज आते थे. पश्चिम बंगाल सरकार भीड़ देखकर डर गई क्योंकि उनके रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट प्रयागराज जाने वाले लोगों से भरे हुए थे. उन्होंने महाकुंभ के बारे में जो कुछ भी कहा है वह उनके तुष्टीकरण का उदाहरण है. यह भारत की आस्था का अपमान करने का उदाहरण है. लेकिन महाकुंभ ने साबित कर दिया है कि यह मृत्युंजय महाकुंभ था."
यूपी सीएम की यह टिप्पणी ममता बनर्जी द्वारा कार्यक्रम की व्यवस्थाओं की आलोचना के बाद आई है, खासकर भगदड़ की घटना के बाद जिसमें कई लोगों की मौत हो गई थी. रिपोर्ट के अनुसार सीएम योगी ने जांच पर अपडेट देते हुए घोषणा की कि एक न्यायिक आयोग का गठन किया गया है और वह उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुसार काम कर रहा है.
योगी आदित्यनाथ ने कहा, "इसके लिए एक न्यायिक आयोग का गठन किया गया है. उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय ने निर्देश दिए हैं और आयोग उसी के अनुसार काम कर रहा है. हमने एक महीने का समय दिया था, लेकिन उच्च न्यायालय ने समय बढ़ाने की मांग की. इसलिए हम उसी समयसीमा के अनुसार आगे बढ़ रहे हैं. आयोग सभी पक्षों से बयान ले रहा है और तथ्य जुटा रहा है - जिसमें राज्य सरकार द्वारा दी गई जानकारी भी शामिल है - और अपने निष्कर्ष प्रस्तुत करेगा. उसके बाद हम रिपोर्ट के आधार पर आगे बढ़ेंगे." रिपोर्ट के मुताबिक बताया जाता है कि प्रयागराज में महाकुंभ में 29 जनवरी को मौनी अमावस्या स्नान अनुष्ठान के अवसर पर हुई भगदड़ में 30 लोगों की जान चली गई. चुनौतियों के बावजूद, महाकुंभ उत्सव ने रिकॉर्ड तोड़ सफलता हासिल की, जिसमें 60 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर पवित्र डुबकी लगाई.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT