Updated on: 25 June, 2024 02:24 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
जेडी(यू) नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा कि बिरला का नाम सभी एनडीए दलों द्वारा सर्वसम्मति से तय किया गया था.
ओम बिरला. तस्वीर/पीटीआई
कोटा से सांसद ओम बिरला ने मंगलवार को एनडीए के सर्वसम्मति उम्मीदवार के रूप में लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया. पिछले सदन में भी वे इसी पद पर थे. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार जेडी(यू) नेता और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि बिरला का नाम सभी एनडीए दलों द्वारा सर्वसम्मति से तय किया गया था और वरिष्ठ भाजपा नेता राजनाथ सिंह ने भी विपक्ष से समर्थन मांगा था.
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रिपोर्ट के मुताबिक विपक्ष पर निशाना साधते हुए ललन सिंह ने कहा कि वे डिप्टी स्पीकर पद पर तुरंत फैसला चाहते थे, जबकि राजनाथ सिंह ने अनुरोध किया था कि चयन का समय आने पर सभी को एक साथ बैठकर इस मुद्दे पर चर्चा करनी चाहिए. उनके कैबिनेट सहयोगी पीयूष गोयल ने कहा कि सर्वसम्मति वाला उम्मीदवार होना बेहतर होता और उन्होंने शर्तें रखने के लिए विपक्ष की आलोचना की.
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र शर्तों पर नहीं चल सकता. विपक्षी भारतीय ब्लॉक ने स्पीकर पद के लिए कांग्रेस नेता के सुरेश को अपना उम्मीदवार बनाया है. रिपोर्ट के अनुसार इससे पहले, कोटा के सांसद ओम बिरला ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की, इस बीच संकेत मिल रहे हैं कि वह फिर से लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार होंगे.
लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव 26 जून को होगा. 27 जून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे. रिपोर्ट्स के मुताबिक 543 सदस्यीय लोकसभा में एनडीए के 293 सांसद हैं, तथा उसे स्पष्ट बहुमत प्राप्त है, जबकि विपक्षी दल इंडिया के पास 234 सांसद हैं. इस बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि यदि परंपरा का पालन किया जाता है तथा विपक्षी दल को उपाध्यक्ष का पद दिया जाता है, तो विपक्ष लोकसभा अध्यक्ष की पसंद पर सरकार का समर्थन करेगा.
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