Updated on: 16 December, 2024 04:47 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
यह युद्ध पाकिस्तान द्वारा ढाका में आत्मसमर्पण के दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने और उसके बाद बांग्लादेश (तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान) की मुक्ति के साथ पूरा हुआ.
फाइल फोटो
विजय दिवस 1971 के मुक्ति संग्राम की याद में मनाया जाता है, जिसे 16 दिसंबर को पूरे देश में मनाया जाता है. यह 13 दिवसीय युद्ध में पाकिस्तान के खिलाफ भारत की जीत का जश्न मनाने के लिए मनाया जाता है. यह युद्ध पाकिस्तान द्वारा ढाका में आत्मसमर्पण के दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने और उसके बाद बांग्लादेश (तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान) की मुक्ति के साथ पूरा हुआ. इस अवसर पर कई भारतीय राजनीतिक नेताओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से नागरिकों को शुभकामनाएं दीं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को विजय दिवस पर 1971 के युद्ध के दौरान `अदम्य साहस` दिखाने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि दी.
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उन्होंने एक्स पर कहा, "विजय दिवस पर, मैं हमारे वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं जिन्होंने 1971 के युद्ध के दौरान अदम्य साहस का परिचय दिया और भारत को जीत दिलाई. एक कृतज्ञ राष्ट्र हमारे वीरों के सर्वोच्च बलिदान को याद करता है जिनकी कहानियाँ हर भारतीय को प्रेरित करती हैं और राष्ट्रीय गौरव का स्रोत बनी रहेंगी." उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान शहीद हुए सैनिकों को याद किया.
उपराष्ट्रपति कार्यालय ने एक्स पर लिखा, "विजय दिवस पर हम 1971 के युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं और हमारे सशस्त्र बलों की बेजोड़ वीरता का सम्मान करते हैं." प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सैनिकों को श्रद्धांजलि दी मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "आज विजय दिवस पर हम उन बहादुर सैनिकों के साहस और बलिदान का सम्मान करते हैं जिन्होंने 1971 में भारत की ऐतिहासिक जीत में योगदान दिया. उनके निस्वार्थ समर्पण और अटूट संकल्प ने हमारे राष्ट्र की रक्षा की और हमें गौरव दिलाया." उन्होंने कहा, "यह दिन उनकी असाधारण वीरता और उनकी अडिग भावना को श्रद्धांजलि है. उनका बलिदान हमेशा पीढ़ियों को प्रेरित करेगा और हमारे देश के इतिहास में गहराई से समाया रहेगा."
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सैनिकों को श्रद्धांजलि दी एक्स पर एक पोस्ट में सिंह ने कहा कि देश भारतीय सशस्त्र बलों के बलिदान और सेवा को कभी नहीं भूलेगा और उनके अटूट साहस और देशभक्ति के लिए बलों की `बहादुरी` और `बलिदान` को सलाम करता है. पोस्ट में लिखा गया है, "आज विजय दिवस के विशेष अवसर पर राष्ट्र भारत के सशस्त्र बलों की बहादुरी और बलिदान को सलाम करता है. उनके अटूट साहस और देशभक्ति ने सुनिश्चित किया कि हमारा देश सुरक्षित रहे. भारत उनके बलिदान और सेवा को कभी नहीं भूलेगा."
विजय दिवस पर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी ने युद्ध के दिग्गजों के बलिदान को याद किया उन्होंने लिखा, "विजय दिवस, 16 दिसंबर, 1971 के भारत-पाक युद्ध में भारत की ऐतिहासिक जीत का प्रतीक है. इस दिन पाकिस्तान ने भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था. यह दिन भारतीय सेना के अद्वितीय साहस, वीरता और संघर्ष को समर्पित है, जिन्होंने इस युद्ध में अभूतपूर्व रणनीति और बहादुरी का प्रदर्शन किया. विजय दिवस के अवसर पर, मैं सैनिकों की वीरता और साहस को सलाम करता हूं! विजयदिवस."
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