Updated on: 11 February, 2025 09:24 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
विधायक सुरेश धस ने परभणी आंदोलन के दौरान पुलिस की पिटाई से मारे गए अंबेडकरवादी कार्यकर्ता सोमनाथ सूर्यवंशी के हत्यारों को माफ करने का बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया है.
X/Pics, Ramdas Athawale
महाराष्ट्र की राजनीति में भयावह दोहरे मापदंड की तस्वीर सामने आई है. विधायक सुरेश धस ने परभणी आंदोलन के दौरान पुलिस की पिटाई में निर्दोष अंबेडकरवादी कार्यकर्ता सोमनाथ सूर्यवंशी की मौत के मामले में पुलिस को माफ करने की बात कही, लेकिन बीड के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. इस मामले की रिपब्लिकन पार्टी और केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने तीखी आलोचना की है.
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आमदार सुरेश धस यांच्या परभणी आंदोलन प्रकरणी केलेल्या वक्तव्याचा तीव्र निषेध. pic.twitter.com/Kutv2bqHSD
— Dr.Ramdas Athawale (@RamdasAthawale) February 11, 2025
रामदास आठवले ने सुरेश धस पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि – "जिस तरह संतोष देशमुख के हत्यारों को माफ नहीं किया जा सकता, उसी तरह शहीद भीम सैनिक सोमनाथ सूर्यवंशी के हत्यारों को भी माफ नहीं किया जाएगा. लेकिन विधायक सुरेश धस ने पुलिस को माफ करके अपनी जातिवादी सोच और राजनीतिक अवसरवादिता का प्रदर्शन किया है."
आठवले ने स्पष्ट शब्दों में ऐलान किया कि रिपब्लिकन पार्टी इस मामले में चुप नहीं बैठेगी और सूर्यवंशी को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष करेगी. दलित और मराठा एकजुट, धस को विभाजन की राजनीति से बचने की चेतावनी बीड में सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के विरोध में महाराष्ट्रभर में दलित और मराठा समुदाय एकजुट हो गए हैं. इसी तरह, परभणी में पुलिस की बर्बरता से शहीद हुए सोमनाथ सूर्यवंशी की हत्या को लेकर भी दोनों समुदाय एकजुट होकर न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए रामदास आठवले ने विधायक धस को चेतावनी दी कि वे दोनों समुदायों के बीच विभाजन पैदा करने की कोशिश न करें.
क्या सुरेश धस सिर्फ ‘सियासी फायदे’ के लिए दोहरा मापदंड अपना रहे हैं?
>> अगर सरपंच संतोष देशमुख के हत्यारों को सजा मिलनी चाहिए, तो सोमनाथ सूर्यवंशी के हत्यारों को क्यों माफ किया जाए?
>> क्या विधायक धस जाति के आधार पर न्याय और अन्याय का पैमाना तय कर रहे हैं?
>> क्या वह राजनीतिक लाभ के लिए पुलिस को बचा रहे हैं और समुदायों को आपस में बांटने की कोशिश कर रहे हैं?
आक्रोशित अंबेडकरवादी, महाराष्ट्र में उबाल
इस मुद्दे को लेकर अंबेडकरवादी संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं में गहरा आक्रोश है. पूरे महाराष्ट्र में इस बयान की तीखी आलोचना हो रही है. प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि –
>> सोमनाथ सूर्यवंशी की हत्या के दोषी पुलिसकर्मियों पर तुरंत मामला दर्ज किया जाए.
>> सरकार इस दोहरे रवैये को नज़रअंदाज न करे और निष्पक्ष न्याय दिलाए.
>> जाति-आधारित राजनीति करने वाले नेताओं पर कार्रवाई हो.
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