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सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की पृथ्वी वापसी का मिशन शुरू

Updated on: 15 March, 2025 09:18 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर नौ महीने बाद इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से पृथ्वी पर लौटने की तैयारी में हैं.

X/Pics

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भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर नौ महीने बाद इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से जल्द ही पृथ्वी पर लौटने वाले हैं. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और स्पेसएक्स ने मिलकर उनकी सुरक्षित वापसी के लिए एक विशेष मिशन लॉन्च किया है. इस मिशन के तहत, फाल्कन 9 रॉकेट ने क्रू-10 मिशन के जरिए ड्रैगन अंतरिक्ष यान को रवाना किया है, जो न केवल नए अंतरिक्ष यात्रियों को ISS तक पहुंचाएगा बल्कि विलियम्स और विल्मोर को वापस लाने का कार्य भी करेगा.

नौ महीने तक अंतरिक्ष में फंसे रहने की वजह


सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर जून 2024 में बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान के जरिए ISS पर गए थे. उनका मिशन केवल आठ दिनों का था, लेकिन तकनीकी खामियों के कारण उनकी वापसी टलती रही. स्टारलाइनर में प्रणोदन प्रणाली की खराबी और अन्य तकनीकी समस्याओं के चलते यह यान पृथ्वी पर लौटने के लिए सुरक्षित नहीं था. ऐसे में, वे ISS पर रुकने के लिए मजबूर हो गए.


वापसी की प्रक्रिया

अब जबकि नासा और स्पेसएक्स ने क्रू-10 मिशन के जरिए नया दल ISS भेजा है, विलियम्स और विल्मोर को पृथ्वी पर लाने की योजना बनाई गई है. इस नए मिशन में चार अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं:


>> ऐनी मैकक्लेन (NASA)

>> निकोल एयर्स (NASA)

>> ताकुया ओनिशी (JAXA – जापानी अंतरिक्ष एजेंसी)

>> किरिल पेस्कोव (Roscosmos – रूसी अंतरिक्ष एजेंसी)

जब ये चारों ISS पर पहुंच जाएंगे, तब सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ड्रैगन अंतरिक्ष यान के जरिए पृथ्वी पर लौटेंगे. हालांकि, उनकी वापसी का समय मौसम की स्थिति और तकनीकी परीक्षणों पर निर्भर करेगा.

तकनीकी चुनौतियां और अंतरिक्ष में लंबा प्रवास

इतने लंबे समय तक माइक्रोग्रैविटी में रहने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ सकता है. वैज्ञानिकों के अनुसार, हड्डियों की घनत्व में कमी, मांसपेशियों की कमजोरी, संतुलन समस्याएं और आंखों की रोशनी पर असर पड़ सकता है. इसलिए, वापसी के बाद नासा की मेडिकल टीम उनका विस्तृत स्वास्थ्य परीक्षण और पुनर्वास कार्यक्रम सुनिश्चित करेगी.

अंतरिक्ष अभियानों के लिए क्या सीख मिली?

यह मिशन नासा के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसने अंतरिक्ष यानों की तकनीकी चुनौतियों को उजागर किया है. साथ ही, यह दिखाता है कि लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहना और नई तकनीकों का परीक्षण करना कितना महत्वपूर्ण हो सकता है. नासा और स्पेसएक्स की यह साझेदारी अंतरिक्ष यात्राओं को अधिक सुरक्षित और कुशल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

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