Updated on: 25 October, 2023 06:46 PM IST | Mumbai
Anmol Awasthi
भारत की अनुभवी दीपिका पल्लीकल और हरिंदर पाल सिंह संधू ने भारत को स्वर्ण पदक दिलाया है.
Harinderpal Singh Sandhu, Dipika Pallikal Karthik (Pic: File Pic)
भारतीय खिलाड़ी एशियन गेम्स 2023 में अपने शानदार प्रदर्शन से भारत की झोली में मेडल्स के नंबर्स में इजाफ़ा कर रहे हैं. अब भारत की अनुभवी दीपिका पल्लीकल और हरिंदर पाल सिंह संधू ने भारत को स्वर्ण पदक दिलाया है. भारत के स्क्वैश प्लेयर्स दीपिका और हरिंदर ने 35 मिनट तक चले तनावपूर्ण फाइनल में आइफा बिनती अजमान और मोहम्मद सयाफिक बिन मोहम्मद कमाल की मलेशियाई जोड़ी पर 11-10, 11-10 से जीत दर्ज की और मौजूदा प्रतियोगिता में स्क्वैश में भारत को दूसरा स्वर्ण पदक दिलाया.
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भारत ने साल 2014 के खेलों में पुरुष टीम स्पर्धा में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक हासिल किया था, जो देश का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। भारत ने इंचियोन में दो रजत और एक कांस्य भी जीता था. हालाँकि, चल रहे एशियाई खेलों 2023 में, भारत पहले ही दो स्वर्ण और एक कांस्य पदक जीत चुका है और सौरव घोषाल को बाद में दिन में पुरुष एकल फाइनल खेलना है.
अपनी इस सफलता को लेकर स्क्वैश प्लेयर दीपिका ने कहा, "मुझे हमेशा याद नहीं रहता कि कोर्ट पर क्या होता है. यह हम दोनों के लिए धुंधला है. हमें केवल आखिरी पॉइंट याद है. हम बहुत खुश हैं. हमें इस बात पर बहुत गर्व है कि हम यहां हैं और गोल्ड मेडल जीता है." दीपिका ने आगे कहा, "मैंने और हरिंदर ने इस समय यहां रहने, इस टीम का हिस्सा बनने और स्वर्ण जीतने के लिए वास्तव में कड़ी मेहनत की है. हम इस स्थिति में होने के लिए बहुत आभारी हैं जैसे हम अभी हैं."
खेल की बात करे तो शुरुआती गेम में दोनों जोड़ियों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा थी, लेकिन उनमें से कोई भी बढ़त बनाए रखने में सक्षम नहीं थी. दीपिका अपने शानदार फोरहैंड से अंक दिलाती रहीं.आइफा द्वारा फोरहैंड मारने में गलती के बाद भारतीयों ने पहला गेम जीतने से पहले दो गेम प्वाइंट बचाए. मलेशियाई कैंप में भारत के पूर्व कोच मलेशियाई मेजर एस मनियम मौजूद थे. दूसरे गेम में 9-3 से आगे चल रही भारतीय जोड़ी आसान जीत की ओर बढ़ रही थी.
लेकिन मलेशियाई लोगों की योजना कुछ और थी क्योंकि उन्होंने दीपिका और हरिंदर की थोड़ी धीमी चाल का फायदा उठाते हुए लगातार सात अंक हासिल किए और 3-9 से 10-9 पर पहुंच गए.
इसके बाद मुकाबला और बेहद इंटेंस हो गया क्योंकि 10-9 अंक के लिए लेट (बाधा) के कारण कई बार खेलना पड़ा. 34 वर्षीय हरिंदर ने इसके बाद दो बैकहैंड विनर लगाकर मैच अपने नाम कर लिया.
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