Updated on: 28 December, 2024 07:19 PM IST | Mumbai
Bespoke Stories Studio
भारत में शादियां केवल दो लोगों का मिलन नहीं होतीं, बल्कि यह परिवारों के एक होने का प्रतीक होती हैं।
Meera Zhu
शादी एक ऐसा समारोह है, जो हर संस्कृति और देश में अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। चाहे वह भारत की धूमधाम वाली शादी हो या चीन की सादगी से भरी परंपराएं, हर देश की शादियां अपनी अलग विशेषताएँ और रिवाज लेकर आती हैं। इस बारे में और अधिक जानने के लिए, हम आज सुनते हैं मीरा झू और स्पाइसी रेल x देसी ट्रेल के इस खास पॉडकास्ट एपिसोड को, जिसमें वे भारतीय और चीनी शादियों के बीच के अंतर और समानताओं के बारे में बात करती हैं।
भारतीय शादियों की भव्यता
भारत में शादियां केवल दो लोगों का मिलन नहीं होतीं, बल्कि यह परिवारों के एक होने का प्रतीक होती हैं। भारतीय शादियों में उत्सव का माहौल रहता है, जिसमें ढेर सारी रस्में और परंपराएँ होती हैं। हल्दी, मेहंदी, संगीत, और सगाई की रस्में शादी से पहले के दिनों में होती हैं, और मुख्य विवाह समारोह के दिन तो माहौल और भी धूमधाम से भर जाता है।
मीरा झू ने इस बारे में कहा, “भारत में शादियां किसी त्यौहार से कम नहीं होतीं। यह एक ऐसा समय होता है जब परिवार, दोस्त और रिश्तेदार एक साथ मिलकर खुशी मनाते हैं। एक शादी के दौरान कई रस्में होती हैं, जिनका पालन करना जरूरी होता है। सात फेरे, हल्दी, मेहंदी, और संगीत की रस्में इन शादियों को खास बना देती हैं।”
भारतीय शादी में रंग-बिरंगी सजावट, संगीत, डीजे और खाने-पीने का इंतजाम होता है, जो सभी को बहुत भाता है। खासकर भारतीय खाने की मिठास, जैसे गुलाब जामुन, रसगुल्ला, और माखनिया, शादी के माहौल में मिठास भर देती हैं।
चीनी शादियों की सादगी
चीनी शादियाँ भारतीय शादियों के मुकाबले थोड़ी सादी और कम धूमधाम वाली होती हैं। चीनी विवाह की परंपरा में लाल रंग का विशेष महत्व होता है, क्योंकि इसे खुशहाली और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। चीनी दुल्हन शादी के दिन लाल रंग की पोशाक पहनती हैं, जिसे "क्विंग" कहा जाता है, और दूल्हा भी अपनी शादी में पारंपरिक परिधान पहनता है।
मीरा ने बताया, “चीनी शादियों में सभी रस्में बहुत ही साधारण होती हैं। यहाँ तक कि, शादी के दौरान होने वाली पारंपरिक चाय पिलाने की रस्म में दूल्हा-दुल्हन अपने माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों को चाय पिलाते हैं। यह एक बहुत ही भावुक और सम्मान का पल होता है।”
चीनी शादियों का प्रमुख उद्देश्य परिवार की एकता और रिश्तों को मज़बूत बनाना होता है। हालांकि इन शादियों में भी विशेष व्यंजन होते हैं, जिनमें डंपलिंग्स, नूडल्स और फिश जैसे खाद्य पदार्थ शामिल होते हैं, जो समृद्धि और दीर्घायु का प्रतीक होते हैं।
शादी का खाना: भारतीय और चीनी का स्वाद
खाना एक ऐसी चीज़ है, जो किसी भी शादी को खास बना देती है। भारतीय शादियों में जहां पराठे, बिरयानी, और चायनीज फूड्स जैसे दावत होते हैं, वहीं चीनी शादियों में डंपलिंग्स, नूडल्स, और समुद्री भोजन प्रमुख होते हैं। दोनों ही संस्कृतियों में खाने का महत्व है, और हर व्यंजन अपने आप में एक अलग कहानी बताता है।
मीरा झू ने मजाक करते हुए कहा, “दोनों संस्कृतियों में मिठाई को बहुत महत्व दिया जाता है। भारतीय शादियों में गुलाब जामुन और रसगुल्ला जैसे मीठे पकवान होते हैं, जबकि चीनी शादियों में विशेष रूप से ताजे फल और मिठाइयां पेश की जाती हैं, जो खुशहाली की प्रतीक मानी जाती हैं।”
दोनों संस्कृतियों से सीखने का अवसर
मीरा और स्पाइसी रेल x देसी ट्रेल ने इस एपिसोड में भारतीय और चीनी शादियों की समानताओं और भिन्नताओं पर बहुत अच्छा प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “भारतीय शादियों से हम परिवार के साथ रिश्ते निभाने की अहमियत सीख सकते हैं, जबकि चीनी शादियों में हमें सरलता और सादगी का महत्व समझ में आता है। दोनों संस्कृतियों से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं और अपनी खुद की शादियों में इन पहलुओं को जोड़ सकते हैं।”
निष्कर्ष
यह पॉडकास्ट दोनों संस्कृतियों के बीच के फर्क को समझने और एक दूसरे की परंपराओं को सम्मान देने का एक बेहतरीन मौका है। भारतीय और चीनी शादियाँ भले ही अलग हों, लेकिन इन दोनों में एक समान तत्व है – प्यार और परिवार। चाहे वह भारत की भव्य शादियाँ हों या चीन की सादगी से भरी परंपराएँ, दोनों ही हमारे जीवन में खुशियाँ और समृद्धि लेकर आती हैं।
इस एपिसोड को सुनकर आप दोनों संस्कृतियों के बारे में और भी अधिक जान सकते हैं और सोच सकते हैं कि कैसे इनकी खूबसूरत परंपराएँ हमें रिश्तों के मूल्य को समझने में मदद करती हैं।
पॉडकास्ट को सुनें और जुड़ें, और जानिए भारतीय और चीनी शादियों के बारे में और भी खास बातें!
ADVERTISEMENT