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बीड में युवाओं के लिए औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र का मार्ग प्रशस्त, अजित पवार के प्रयासों से CIIIT परियोजना को मिली नई गति

Updated on: 03 July, 2025 02:18 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

बीड जिले में युवाओं को वैश्विक स्तर का औद्योगिक और तकनीकी प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से CIIIT परियोजना को गति मिली है. उपमुख्यमंत्री अजित पवार के प्रयासों से टाटा टेक्नोलॉजीज के सहयोग से ₹191 करोड़ की लागत से यह केंद्र स्थापित किया जा रहा है.

Ajit Pawar Pic

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बीड जिले के पालकमंत्री और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के सतत प्रयासों से ‘सेंटर फॉर इन्वेंशन, इनोवेशन, इनक्यूबेशन एंड ट्रेनिंग’ (CIIIT) परियोजना ने रफ्तार पकड़ ली है. टाटा टेक्नोलॉजीज की साझेदारी में चल रही इस महत्त्वाकांक्षी योजना को आगे बढ़ाते हुए एमआईडीसी के संचालक मंडल ने बीड एमआईडीसी औद्योगिक क्षेत्र (सुविधा क्र. 3) में 4000 वर्ग मीटर भूमि और आवश्यक निधि उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है.

इस परियोजना के तहत बीड के युवाओं को उच्चस्तरीय औद्योगिक और तकनीकी प्रशिक्षण मिलेगा, जिससे रोजगार और स्वरोजगार के अवसर बढ़ेंगे. अजित पवार ने स्वयं इस प्रोजेक्ट की नियमित समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को समयबद्ध क्रियान्वयन के निर्देश दिए. अब त्रिपक्षीय समझौते और भूमिपूजन की प्रक्रिया शीघ्र ही शुरू होने की संभावना है.


पूर्व में गडचिरोली, रत्नागिरी और शिर्डी में इस प्रकार के CIIIT केंद्र स्थापित किए जा चुके हैं. अब बीड के लिए भी एमआईडीसी को कार्यान्वयन एजेंसी नियुक्त कर निधि की मंजूरी दी गई है. इससे स्थानीय युवाओं के लिए तकनीकी कौशल विकास और उद्यमिता के नए रास्ते खुलेंगे.


अप्रैल 2025 में बीड दौरे के दौरान अजित पवार ने इस केंद्र की घोषणा की थी, जिसे टाटा टेक्नोलॉजीज ने सकारात्मक रूप से स्वीकार किया और ₹191 करोड़ के निवेश की प्रतिबद्धता जताई. इसमें से ₹33 करोड़ बीड जिला प्रशासन वहन करेगा और शेष राशि टाटा टेक्नोलॉजीज व उनकी साझेदार संस्थाएं प्रदान करेंगी.

यह केंद्र हर वर्ष करीब 7,000 युवाओं को इंडस्ट्री 4.0 मानकों के अनुसार प्रशिक्षित करेगा. पहले तीन वर्षों तक प्रशिक्षण की लागत पूरी तरह से टाटा टेक्नोलॉजीज वहन करेगी और चौथे वर्ष से यह खर्च कंपनी व जिला प्रशासन मिलकर (50-50) उठाएंगे.


इस पहल से बीड में उद्योगोन्मुख पारिस्थितिकी तंत्र तैयार होगा, जिससे जिले के युवाओं को तकनीकी दक्षता, रोजगार और उद्यमिता के बेहतर अवसर प्राप्त होंगे. जिले के नागरिकों ने अजित पवार के दूरदर्शी और परिणामकेंद्रित नेतृत्व की सराहना करते हुए इस परियोजना का स्वागत किया है.

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