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ईशा अंबानी ने विट्रो फर्टिलाइजेशन विधि पर की बात, कहा- `मेरे बच्चे आईवीएफ से हैं, इसमें शर्म की क्या बात है`

Updated on: 29 June, 2024 12:50 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

ईशा ने अपनी मां नीता की तरह ही आईवीएफ के जरिए बच्चों को जन्म दिया. उन्होंने यह अनुभव मशहूर `वोग` मैगजीन को दिए इंटरव्यू में शेयर किया.

ईशा अंबानी

ईशा अंबानी

अरबपति बिजनेसमैन मुकेश अंबानी की बेटी ईशा अंबानी ने एक इंटरव्यू में बच्चा पैदा करने के लिए इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) विधि को सामान्य बनाने के बारे में बात की. ईशा अंबानी ने अपनी मां नीता अंबानी की तरह ही आईवीएफ के जरिए जुड़वा बच्चों को जन्म दिया. उन्होंने यह अनुभव मशहूर `वोग` मैगजीन को दिए इंटरव्यू में शेयर किया.

उस इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, `मैं तुरंत कह रही हूं कि मेरे जुड़वां बच्चे आईवीएफ के जरिए पैदा हुए हैं, क्योंकि यही एकमात्र तरीका है जिससे हम उन्हें सामान्य कर सकते हैं. जिस व्यक्ति ने आईवीएफ के माध्यम से बच्चे को जन्म दिया है उसे अकेला या शर्मिंदा महसूस नहीं करना चाहिए. यह एक कठिन प्रक्रिया है जो आपको शारीरिक रूप से थका देती है". 


ईशा अंबानी ने आगे कहा, "अगर आज दुनिया के पास आधुनिक तकनीक है तो इसका इस्तेमाल बच्चे पैदा करने के लिए क्यों नहीं किया जाना चाहिए? यह अच्छी बात है, इसे छुपाना नहीं चाहिए. यदि आप किसी सहायता समूह में शामिल हों या अन्य महिलाओं से बात करें तो प्रक्रिया बहुत आसान हो जाएगी. ईशा ने 2018 में आनंद पीरामल से शादी की, जिनसे उनकी एक बेटी और एक बेटा है".


राधिका मर्चेंट, जो जल्द ही अंबानी परिवार की बहू बनने वाली हैं, हाल ही में अपने दूसरे प्री-वेडिंग समारोह में ईशा अंबानी के बेटे कृष्ण का को अपनी गोद में लिए हुए दिखीं थी. दुल्हन बनने जा रही राधिका मर्चेंट ने प्री-वेडिंग समारोह में रॉबर्ट वुन के खास गाउन में सभी को चौंका दिया. शिफॉन ड्रेस पर एक प्रेम पत्र छपा हुआ था जो अनंत अंबानी ने उनके 22वें जन्मदिन पर उनके लिए लिखा था.


विवाह उत्सव पारंपरिक हिंदू वैदिक रीति-रिवाजों का पालन करते हुए सावधानीपूर्वक योजनाबद्ध किया गया है. मुख्य समारोह शुक्रवार, 12 जुलाई को शुभ विवाह या विवाह समारोह के साथ शुरू होंगे. मेहमानों को पारंपरिक भारतीय पोशाक पहनकर इस अवसर की भावना को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. समारोह शनिवार, 13 जुलाई को शुभ आशीर्वाद के साथ जारी रहेगा, जहाँ उपस्थित लोगों को दिव्य आशीर्वाद प्राप्त होगा. अंतिम कार्यक्रम, मंगल उत्सव या विवाह समारोह, रविवार, 14 जुलाई को निर्धारित है. इस भव्य अवसर के लिए, मेहमानों को `भारतीय ठाठ` पहनने के लिए कहा गया है.


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