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शहीद, उपकार और रंग दे बसंती फेम अभिनेता मनोज कुमार ने दुनिया को कहा अलविदा

Updated on: 04 April, 2025 08:36 AM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

Manoj Kumar Death: मनोज कुमार अपने करियर में अभिनेता के साथ-साथ एक निर्देशक भी रहे. उन्होंने अपनी फिल्मों के जरिए दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बनाई.

X/Pics

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भारतीय सिनेमा के दिग्गज अभिनेता और फिल्म निर्माता मनोज कुमार से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है. अभिनेता का 4 अप्रैल, 2025 को निधन हो गया. वह 87 वर्ष के थे और उन्हें भारतीय सिनेमा में "भारत कुमार" के नाम से जाना जाता था. मनोज कुमार का निधन मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में सुबह 4:03 बजे हुआ. रिपोर्ट के अनुसार, मनोज कुमार की मृत्यु का कारण तीव्र मायोकार्डियल इंफार्क्शन, यानी दिल का गंभीर दौरा पड़ा था, जिसके बाद कार्डियोजेनिक शॉक का सामना करना पड़ा. रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि वह कुछ महीनों से डीकंपेंसेटेड लिवर सिरोसिस से जूझ रहे थे, जिसके कारण उनके स्वास्थ्य में लगातार गिरावट आई. 21 फरवरी, 2025 को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ.

मनोज कुमार का जन्म 24 जुलाई, 1937 को अमृतसर, पंजाब में हुआ था. उनका असली नाम हरिकृष्ण गोस्वामी था. उन्होंने हिंदी सिनेमा में अपने अभिनय और निर्देशन से एक विशेष पहचान बनाई. मनोज कुमार ने अपनी फिल्मों में भारतीय जनता की देशभक्ति और राष्ट्रीय गौरव की भावना को प्रमुख रूप से दिखाया. उनकी प्रमुख फिल्मों में "शहीद", "उपकार", "रंग दे बसंती" और "पूरब और पश्चिम" जैसी फिल्में शामिल हैं. इन फिल्मों में उन्होंने भारतीय समाज और देशभक्ति को गहरे तरीके से पेश किया.


मनोज कुमार अपने करियर में अभिनेता के साथ-साथ एक निर्देशक भी रहे. उन्होंने अपनी फिल्मों के जरिए दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बनाई. उनकी फिल्में आज भी लोगों के दिलों में जीवित हैं. उनका योगदान भारतीय सिनेमा में अतुलनीय है.


मनोज कुमार को उनके अभिनय और निर्देशन के लिए कई पुरस्कार मिले थे. 1992 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया था. इसके बाद 2015 में उन्हें भारतीय सिनेमा के सबसे बड़े सम्मान, दादा साहब फाल्के पुरस्कार से भी नवाजा गया था. इसके साथ ही उन्हें सात फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिले थे.

उनके निधन की खबर से भारतीय फिल्म उद्योग में शोक की लहर दौड़ गई है. फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने भी मनोज कुमार के निधन पर दुख व्यक्त किया और कहा कि "मनोज जी के निधन से भारतीय सिनेमा को बड़ी क्षति हुई है. उन्होंने हमेशा जीवन को खुशी से जिया और उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा."


मनोज कुमार के निधन के साथ ही भारतीय सिनेमा ने एक महान अभिनेता और निर्देशक को खो दिया है. उनका योगदान न केवल भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में, बल्कि भारतीय समाज में भी महत्वपूर्ण रहेगा. उन्होंने भारतीय सिनेमा को अपनी फिल्मों से एक नई दिशा दी और अपनी फिल्मों के माध्यम से देशभक्ति, एकता और मानवता के संदेश दिए. उनका योगदान हमेशा सिनेमा जगत में याद रखा जाएगा.

मनोज कुमार के परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के लिए यह बहुत दुखद समय है. हालांकि वह हमें शारीरिक रूप से छोड़कर चले गए, लेकिन उनकी फिल्मों और उनकी विरासत के रूप में उनका नाम हमेशा जीवित रहेगा.

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