Updated on: 06 February, 2024 03:27 PM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
हिंदू धर्म में हर साल शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी पर व्रत होता है. इस दिन भगवान शिव की पूजा का बड़ा महत्व है. भगवान शिव की पूजा से बहुत अच्छा फल मिलता है. मान्यता है कि प्रदोष का व्रत पति पत्नी साथ में करें तो फल और भी अच्छा मिलता है.
भगवान शिव
Pradosh Vrat February 2024: हिंदू धर्म में हर साल शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी पर व्रत होता है. इस दिन भगवान शिव की पूजा का बड़ा महत्व है. भगवान शिव की पूजा से बहुत अच्छा फल मिलता है. मान्यता है कि प्रदोष का व्रत पति पत्नी साथ में करें तो फल और भी अच्छा मिलता है.
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प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त
पौष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी इस बार 7 फरवरी को है. दोपहर 2 बजकर 2 मिनट से 8 फरवरी 11 बजकर 17 मिनट तक त्रयोदशी तिथि रहेगी. इस दौरान प्रदोष काल 6 बजकर 5 मिनट से सुबह 8 बजकर 41 मिनट तक रहेगा, इसलिए 7 फरवरी को ही प्रदोष होगा.
इस प्रकार करना चाहिए प्रदोष व्रत
सबसे पहले घर और घर के मंदिर की साफ-सफाई करें. इसके बाद साफ कपड़े पहनकर भगवान शिव और सूर्य की पूजा करनी चाहिए. साथ ही व्रत की पूरी प्रक्रिया के दौरान अपने मन में कोई भी गलत विचार न आने दें. अपने गुरु और पिता से आदरपूर्वक बात करें और सभी व्रत अनुष्ठानों के दौरान स्वयं को भगवान शिव को अर्पित करें.
प्रदोष व्रत 2024 में भगवान शंकर की विधिपूर्वक पूजा की जाती है. साथ ही प्रदोष व्रत के दौरान व्रत कथा भी पढ़नी चाहिए. प्रदोष व्रत कथा का पाठ करने से भगवान शंकर की विशेष कृपा प्राप्त होती है. भोलेनाथ की कृपा से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. पूजा के दौरान 108 बार ‘ऊं नम: शिवाय’ का जाप किया था. प्रदोष व्रत करने से सूर्य संबंधी सभी रोग आसानी से दूर हो जाते हैं. लेकिन किसी भी व्रत या पूजा का फल तभी मिलता है जब पूजा विधि-विधान से की जाए और भगवान की आराधना की जाए.
पूजा में लगेगी ये सामग्री
प्रदोष व्रत की पूजा लोग विधि विधान से करते हैं. इस पूजा में आक के फूल, बेलपत्र, धूप, दीप, रोली, अक्षत, फल-फूल, पंचामृत, मिठाई, भस्त, धतूरा, शमी का पत्ता.
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