Updated on: 11 November, 2024 08:34 AM IST | Mumbai
Faizan Khan
मुंबई क्राइम ब्रांच और यूपी एसटीएफ ने बाबा सिद्दीकी हत्या मामले के मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम को उत्तर प्रदेश के बहराइच से गिरफ्तार किया.
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बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल कथित मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम को उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले से गिरफ्तार किया गया है. मुंबई क्राइम ब्रांच ने यूपी स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के साथ मिलकर गौतम को सफलतापूर्वक गिरफ्तार कर लिया, जो पिछले एक महीने से फरार था. क्राइम ब्रांच के मुताबिक गौतम ने सिद्दीकी पर तीन राउंड फायर किए, जिनमें से दो उसके सीने में लगे, जिससे उसकी मौत हो गई.
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मुंबई क्राइम ब्रांच के संयुक्त आयुक्त लखमी गौतम ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए इसे बड़ी सफलता बताया. उन्होंने कहा, "आरोपी को यूपी एसटीएफ के साथ संयुक्त अभियान में गिरफ्तार किया गया और यह हमारी जांच में महत्वपूर्ण प्रगति दर्शाता है."
सूत्रों से पता चला है कि एपीआई अमोल माली के नेतृत्व में मुंबई क्राइम ब्रांच के 26 अधिकारियों की एक समर्पित टीम ने गौतम को ट्रैक करने और पकड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
माली गौतम के छिपने के बाद से ही उसका पीछा कर रहा था. कथित तौर पर टीम ने सैकड़ों सीसीटीवी रिकॉर्डिंग की समीक्षा की, जिससे गौतम के बहराइच में होने का पता चला, जहां से वह नेपाल भागने की योजना बना रहा था. पिछले एक महीने से बहराइच में तैनात टीम ने गौतम की गतिविधियों पर बारीकी से नज़र रखी.
ऑपरेशन में शामिल एक अधिकारी ने बताया, "हमें सूचना मिली थी कि वह बहराइच के पास एक जंगल में छिपा हुआ है. जैसे-जैसे हमने और खुफिया जानकारी जुटाई, अतिरिक्त टीमें भेजी गईं, जिसके बाद उसे और उसके कई साथियों को गिरफ्तार किया गया, जो उसे नेपाल भागने में मदद कर रहे थे."
गौतम के अलावा, चार अन्य व्यक्तियों- अनुराग कश्यप, ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, अखिलेश श्रीवास्तव और अखिलेंद्र प्रताप सिंह को भी बहराइच से गिरफ्तार किया गया. इन गिरफ्तारियों के साथ ही मामले के सिलसिले में पकड़े गए व्यक्तियों की कुल संख्या 23 हो गई है.
यूपी एसटीएफ ने पुष्टि की है कि जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के निर्देश पर गोलीबारी की योजना बनाई गई थी.
डीसीपी दत्ता नलावडे ने कहा, "एपीआई अमोल माली (यूनिट 5), पीएसआई स्वप्निल काले (यूनिट 7), पीसी विकास चव्हाण (यूनिट 3) और पीसी महेश सावंत (यूनिट 7) की टीम पिछले 25 दिनों से आरोपी की तलाश कर रही थी. आरोपी के ठिकाने की पुष्टि होने के बाद, एसटीएफ, यूपी के साथ एक संयुक्त अभियान चलाया गया, जिसमें मुंबई क्राइम ब्रांच के कुल 21 पुलिस अधिकारी और कर्मचारी शामिल थे."
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