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मध्य रेलवे: नवीकरणीय ऊर्जा प्रयासों से 4.62 करोड़ रुपये की बचत, कार्बन उत्सर्जन में आई 6,594 टन की कमी

Updated on: 05 September, 2024 01:54 PM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

मध्य रेलवे पर नवीकरणीय ऊर्जा खपत का हिस्सा ट्रैक्शन (रेलवे ट्रेन संचालन) के लिए 9.9% और गैर-ट्रैक्शन (अन्य सभी उद्देश्यों) के लिए 6.5% तक पहुंच गया है और जल्द ही इसके बढ़ने की संभावना है.

प्रतिकात्मक तस्वीर

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मध्य रेलवे पर नवीकरणीय ऊर्जा खपत का हिस्सा ट्रैक्शन (रेलवे ट्रेन संचालन) के लिए 9.9% और गैर-ट्रैक्शन (अन्य सभी उद्देश्यों) के लिए 6.5% तक पहुंच गया है और जल्द ही इसके बढ़ने की संभावना है.

इन पहलों से कुल 4.62 करोड़ रुपये की बचत हुई है, जिसमें मुंबई डिवीजन द्वारा 2.66 करोड़ रुपये, भुसावल डिवीजन द्वारा 1.09 करोड़ रुपये, पुणे डिवीजन द्वारा 0.69 करोड़ रुपये, नागपुर डिवीजन द्वारा 0.10 करोड़ रुपये और सोलापुर डिवीजन द्वारा 0.08 करोड़ रुपये की बचत शामिल है.


हरित और नवीकरणीय ऊर्जा संसाधनों का उपयोग करने के लिए मध्य रेलवे द्वारा अपनाए जा रहे विभिन्न उपायों में से एक सौर ऊर्जा का उपयोग करना है.


जुलाई-2024 तक मध्य रेलवे के सभी 5 डिवीजनों में 205 स्थानों पर सौर पैनल लगाए गए हैं, जिनमें मुंबई डिवीजन में 47 स्थान, नागपुर डिवीजन में 58 स्थान, पुणे डिवीजन में 50 स्थान, भुसावल डिवीजन में 32 स्थान और सोलापुर डिवीजन में 18 स्थान शामिल हैं, जिससे मध्य रेलवे की आवश्यकताओं के लिए महत्वपूर्ण बिजली उपलब्ध हुई है और इसके परिणामस्वरूप राजस्व में भी काफी बचत हुई है.

वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान, मध्य रेलवे के पांच डिवीजनों पर सौर पैनलों ने 8.04 एमयू (मिलियन यूनिट) बिजली उत्पन्न की है, जो 6594.81 टन कार्बन फुट प्रिंट को कम करने के बराबर है.


इसमें मुंबई डिवीजन में 5.56 एमयू (कार्बन फुटप्रिंट के 4557.17 टन की बचत के बराबर), भुसावल डिवीजन में 1.35 एमयू (कार्बन फुटप्रिंट के 1108.76 टन की बचत के बराबर), पुणे डिवीजन में 0.96 एमयू (कार्बन फुटप्रिंट के 784.44 टन की बचत के बराबर), नागपुर डिवीजन पर 0.09 एमयू (कार्बन फुटप्रिंट के 76.80 टन की बचत के बराबर) और सोलापुर डिवीजन पर 0.08 एमयू (कार्बन फुटप्रिंट के 67.61 टन की बचत के बराबर) का विद्युत उत्पादन शामिल है.

मुख्य जनसंपर्क अधिकारी डॉ स्वप्निल नीला ने कहा, "मध्य रेलवे ने हमेशा अपनी बिजली आवश्यकताओं के लिए हरित और नवीकरणीय ऊर्जा को चुनने में सक्रिय भूमिका निभाई है और इसे पूरा करने के लिए कई साहसिक और क्रांतिकारी कदम उठाए हैं. यह अन्य रेलवे को वर्ष 2030 तक भारतीय रेलवे मिशन "कार्बन न्यूट्रल" को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है. मध्य रेलवे सौर ऊर्जा का उपयोग करके नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का लाभ उठाने और भारतीय रेलवे के हरित पृथ्वी के लक्ष्य में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है."

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