Updated on: 01 March, 2024 04:28 PM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
गठबंधन सरकार ने गैंगस्टरों को पनाह दी है. मंत्रालय में गुंडे तिकड़मबाजी कर रहे हैं और आम आदमी मंत्रालय के बाहर लाइन लगा रहा है.
Representational Image
महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव से पहले से राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने सरकार पर निशाना साधा है. विधान सभा में विपक्ष के नेता ने कहा, `हमारा राज्य बाबा साहेब अम्बेडकर और संत महात्माओं, छत्रपति शिवाजी महाराज, महात्मा ज्योतिबा फुले, राजर्षि शाहू महाराज, भारतीय संविधान के वास्तुकार डॉ. के महाराष्ट्र के रूप में जाना जाता है. हालांकि, पिछले दो वर्षों में, शिंदे सरकार ने महाराष्ट्र को धोखेबाज, जबरन वसूली करने वाले, झूठे, पार्टी तोड़ने वाले, गैंगस्टर राज्य के रूप में पहचानने में काफी प्रगति की है.`
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वडेट्टीवार ने आगे कहा कि पुणे में एक नया मुलशी पैटर्न शुरू हुआ है. इस नए मुलशी पैटर्न के असली संरक्षक कौन हैं? सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए. पूर्व नेताओं के बीच अपराधियों के इस्तेमाल को लेकर विवाद शुरू हो गया है. पुणे के गैंगस्टरों को कुछ सेवानिवृत्त अपराध शाखा अधिकारियों द्वारा निर्देशित किया जाता है. यह सेवानिवृत्त अधिकारी ड्यूटी और ऑफ ड्यूटी के दौरान पुणे में गिरोह चला रहा है. राजनीतिक अधिकारियों और नेताओं को धमकाने के लिए ठगों को पैरोल पर रिहा किया जा रहा है. पुणे में 200 गैंगस्टरों की परेड का समय था. यह दुर्भाग्यपूर्ण है.पुणे में अमितेश कुमार ने गैंगस्टरों की परेड निकाली. इसके बाद कुछ ही दिनों में 2200 करोड़ की ड्रग्स बरामद हो गईं.`
महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधते हुए वडेट्टीवार ने बताया, `पुणे में वरिष्ठ पत्रकार निखिल वागले और बुद्धिजीवी विश्वंभर चौधरी पर हुआ हमला एक तरह का आतंकवाद है. यह तालिबानी रवैया ही है जो आतंक पैदा करता है. असली सवाल यह है कि अगर यह समय पत्रकारों पर आ रहा है तो राज्य में कौन सुरक्षित है. बीजेपी विधायक को गोली मारने की घटना, मुख्यमंत्री पर आरोप, महाराष्ट्र शर्मसार. ये ईजा-बीजा-तीजा सरकार महाराष्ट्र को बर्बाद कर देगी. कुख्यात गैंगस्टर हेमंत दाभेकर ने वर्षा के आवास का दौरा किया. इसका मतलब है कि महाराष्ट्र में गुंडागर्दी चल रही है. इस मुख्यमंत्रित्व काल में ड्रग मामले में आरोपी वर्षा के आवास पर गणपति आरती की गई.`
वडेट्टीवार ने आगे बताया, `शिवसेना नेता अभिषेक घोसालकर की हत्या कर दी गई. अभिषेक घोसालकर एक लोकप्रिय नेता थे. हमें पता लगाना चाहिए कि इस हत्या के पीछे कौन है. संकेत भोसले को ठाणे जिले से अपहरण के बाद बेरहमी से पीटा गया था. संकेत अपनी जान बचाने के लिए थाने की तरफ भाग रहा था. हालांकि पुलिस यह कहकर बचती रही कि यह घटना उनके क्षेत्र में नहीं हुई है. परिवार का आरोप है कि अगर पुलिस ने समय पर कार्रवाई की होती तो संकेत की जान बच सकती थी. यह सिग्नल बैकवर्ड था. पिछड़े युवाओं की यह हालत किसने की? सरकार को इसका जवाब देना चाहिए. नागपुर में हत्याओं का दौर थम नहीं रहा है. नागपुर में एक प्रेस फोटोग्राफर की हत्या कर दी गई. कहां गई गृह मंत्री की कार्यकुशलता? मुख्यमंत्री चुप हैं. श्री अजितदाद ने भी सख्ती से कहा कि उन्हें नहीं पता कि क्या कहना है.` गठबंधन सरकार ने गैंगस्टरों को पनाह दी है. मंत्रालय में गुंडे तिकड़मबाजी कर रहे हैं और आम आदमी मंत्रालय के बाहर लाइन लगा रहा है. सत्ताधारी दल के एक नेता ने मां-बेटी के साथ दुष्कर्म किया.
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