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प्लास्टर ऑफ पेरिस गणेश की मूर्तियों पर प्रतिबंध की मांग लेकर उपमुख्यमंत्री से प्रतिनिधिमंडल ने की मुलाकात

Updated on: 03 June, 2024 10:40 AM IST | Mumbai
Ujwala Dharpawar | ujwala.dharpawar@mid-day.com

प्रतिनिधिमंडल ने उपमुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि ऐसा कोई समाधान निकाला जाए, जिससे पर्यावरण का संतुलन भी बना रहे और कारोबार भी संकट में न आए.

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मुंबई बीजेपी अध्यक्ष विधायक और आशीष शेलार के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की. इस दौरान आशीष शेलार ने प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनने वाली गणेश की मूर्तियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की. उन्होंने कहा, `यदि महाराष्ट्र में प्लास्टर ऑफ पेरिस (पीओपी) पर प्रतिबंध लागू होता है . तो गणेश मूर्ति निर्माता बेरोजगार हो जाएंगे, भारी वित्तीय कारोबार वाला यह उद्योग संकट में पड़ जाएगा और मूर्तियां उपलब्ध नहीं होंगी, इसलिए राज्य सरकार को कोई व्यवहार्य समाधान ढूंढना चाहिए ताकि पर्यावरण संतुलन भी बना रहे और मूर्तियां भी उपलब्ध रहें.` बता दें, पीओपी पर प्रतिबंध के बाद सरकार ने पिछले साल विशेषज्ञों की एक समिति बनाई थी. साथ ही इस साल का गणेशोत्सव बस कुछ ही महीने दूर है. अब मूर्ति फैक्ट्रियों का काम जोरों से शुरू हो गया है और अगर पूर्ण प्रतिबंध लगा तो यह पूरा कारोबार संकट में पड़ जाएगा.  इस पर निर्भर रहने वाले कारीगर बेरोजगार हो जाएंगे, साथ ही इस व्यवसाय में रंगों और मूर्तियों के लिए आवश्यक अन्य सामग्रियों का करोड़ों रुपये का कारोबार होता है.

प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि `रायगढ़ जिले का एक पेन तालुका और इसके आसपास का क्षेत्र गणेश मूर्तियों का केंद्र माना जाता है. यहां के गांवों में घरों में 6 इंच से 12 फीट ऊंची मूर्तियां बनाने का काम साल भर होता है. इस क्षेत्र में ऐसे 1600 उद्योग हैं. इनका सालाना कारोबार 250 से 300 करोड़ से भी ज्यादा है. वहां हर साल 3 से 3.25 करोड़ मूर्तियां बनती हैं. जिनमें से 1.25 करोड़ मूर्तियां गोवा, गुजरात, मध्य प्रदेश में हैं. छह राज्यों प्रदेश, कर्नाटक, आंध्र, तमिलनाडु के व्यापारियों को स्टांप दिए जाते हैं. इसके अलावा, मुंबई, ठाणे और राज्य में कारखाने हैं और उनका कारोबार बहुत बड़ा है.` उन्होंने आगे बताया कि `यदि पीओपी पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया तो आर्थिक प्रभाव महसूस किया जाएगा. इसके अलावा, मूर्तियाँ भी उस समय उपलब्ध नहीं होंगी. इससे गणेशोत्सव के दौरान दिक्कतें आएंगी.` प्रतिनिधिमंडल ने उपमुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि ऐसा कोई समाधान निकाला जाए, जिससे पर्यावरण का संतुलन भी बना रहे और कारोबार भी संकट में न आए. प्रतिनिधिमंडल में अखिल सार्वजनिक समारोह समिति (महाराष्ट्र) के सदस्य शामिल थे.



आशीष शेलार ने कहा, `पर्यावरण हर किसी के लिए एक अहम मुद्दा है. इसलिए पर्यावरण संरक्षण के लिए इस बात पर जोर देना उचित है कि शडू मूर्तियां मिट्टी की मूर्तियां ही होनी चाहिए, हमें इससे कोई विरोध नहीं है, लेकिन कुशल कारीगर, मिट्टी की उपलब्धता, समय की आवश्यकता और मूर्ति के परिवहन में कठिनाइयों जैसे कई मुद्दे हैं.` मुंबई बीजेपी अध्यक्ष विधायक और आशीष शेलार ने राय व्यक्त की है कि सरकार को इन सभी समस्याओं का समाधान खोजने की जरूरत है.


महाराष्ट्र राज्य दहीहांडी गोविंदा एसोसिएशन`` की स्थापना की जाएगी

दहीहांडी उत्सव और दहीहांडी साहसिक खेलों को बड़े प्रारूप में मनाने के लिए `महाराष्ट्र राज्य दहीहांडी गोविंदा एसोसिएशन` की स्थापना की जा रही है. मुंबई बीजेपी अध्यक्ष विधायक और आशीष शेलार के नेतृत्व में समन्वय समिति के एक प्रतिनिधिमंडल ने उपमुख्यमंत्री से मुलाकात की और मांग की कि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस, जिन्होंने हमेशा मजबूत समर्थन दिया है, को इस मामले में मदद करनी चाहिए. समन्वय समिति के सदस्यों के साथ बैठक में यह स्थिति रखी गयी कि यदि संघ की स्थापना हो जाये तो इस खेल को भव्य स्वरूप मिलेगा.

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