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चूनाभट्टी सबवे में गंदे पानी से लोगों का चलना हुआ मुश्किल, नहीं होती नियमित सफाई

Updated on: 31 May, 2024 11:15 AM IST | Mumbai
Sameer Surve | sameer.surve@mid-day.com

लीकेज के कारण सबवे नाले में तब्दील हो गया है. पैदल यात्री सीवेज के पानी से होकर चलने को मजबूर हैं.

एवरर्ड नगर अंडरपास सबवे के अंदर बड़ी दरारें भी पड़ गई है.

एवरर्ड नगर अंडरपास सबवे के अंदर बड़ी दरारें भी पड़ गई है.

Chunabhatti subway: ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे के नीचे एवरर्ड नगर (चूनाभट्टी) सबवे लीकेज के कारण नाले में तब्दील हो गया है. पैदल यात्री सीवेज के पानी से होकर चलने को मजबूर हैं और उन्हें डर है कि मानसून के दौरान स्थिति और खराब हो जाएगी. इस बीच, विधायक मंगेश कुडलकर ने दावा किया कि उन्होंने पैदल यात्रियों के लिए फुट-ओवर ब्रिज बनाने का प्रस्ताव रखा है. एवरर्ड नगर निवासी आइरिस कार्नेरो ने कहा, `एवरर्ड नगर में करीब 250 परिवार रहते हैं. इनमें से ज्यादातर बुजुर्ग हैं. हम पूरी तरह से सबवे पर निर्भर हैं. लेकिन इस सबवे में हमेशा लीकेज की समस्या रहती है. कभी-कभी इसमें सीवेज का पानी भर जाता है. हमें उस गंदे पानी से दूर रहना पड़ता है, क्योंकि हमारे पास कोई विकल्प नहीं है.` उन्होंने कहा, `कभी-कभी बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) सबवे से पानी छोड़ता है, लेकिन रोजाना नहीं.  साथ ही, सबवे की दीवार में कई दरारें हैं. बीएमसी को इस समस्या के लिए कोई स्थायी समाधान निकालने की जरूरत है. हम इस समस्या का सामना लंबे समय से कर रहे हैं. हर साल स्थिति मुश्किल हो जाती है.`


चूनाभट्टी निवासी मोनाली जाधव ने कहा, `मैं नियमित रूप से इस सबवे का उपयोग करती हूं, लेकिन इसे कभी सूखा नहीं पाया। पैदल चलना बेहद मुश्किल हो जाता है.` एवरार्ड नगर निवासी रेचल थरकन ने कहा, `पहले बीएमसी डीवाटरिंग पंप से पानी निकालती थी, लेकिन पिछले कुछ सालों से यह बंद हो गया है. साथ ही दीवारों पर थूक के निशान हैं, जिन्हें साफ करने की जरूरत है. बीएमसी को तुरंत कार्रवाई करने की जरूरत है.` रोजाना सबवे का उपयोग करने वाले हुसैन मंडल ने कहा, `यह कई सालों से समस्या है. गर्मियों में भी पैदल चलने वालों को गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है. इसका स्थायी समाधान होना चाहिए. एवरार्ड नगर के निवासी दैनिक दिनचर्या के लिए इस सबवे पर बहुत अधिक निर्भर हैं. अधिकांश निवासी वरिष्ठ नागरिक हैं. अधिकारियों को उनके बारे में सोचना चाहिए.` 


इस बीच, स्थानीय विधायक मंगेश कुडलकर ने कहा, `मुझे इस समस्या की जानकारी है. सबवे की मरम्मत पहले भी की जा चुकी है, लेकिन समस्या पूरी तरह से हल नहीं हुई है. नियमित रूप से पानी निकाला जाता है. लेकिन यह सबवे करीब 30 साल पुराना है और इस हिस्से का जीर्णोद्धार किया जा चुका है. पुल बनाने का स्थायी समाधान प्रस्ताव बीएमसी के पुल विभाग को सौंपा गया है. इस पर प्रारंभिक चर्चा भी हो चुकी है. चुनाव आचार संहिता खत्म होने के बाद मैं इस पर काम शुरू करूंगा. पानी निकालने के लिए वहां पहले से ही एक डिवाटरिंग पंप लगा हुआ है. बीएमसी के पुल विभाग के मुख्य अभियंता विवेक कल्याणकर ने कॉल और संदेशों का जवाब नहीं दिया.`


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