Updated on: 15 November, 2024 11:39 AM IST | Mumbai
Sameer Surve
मुंबई रेल प्रवासी संघ ने एक प्राधिकरण की मांग की है, उद्देश्य बेहतर समन्वय है.
लगभग 80 लाख यात्री प्रतिदिन उपनगरीय रेल सेवाओं का उपयोग करते हैं. फ़ाइल फोटो/सतेज शिंदे
मुंबई रेलवे कम्यूटर्स एसोसिएशन ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपनी मांगों की घोषणा की है. मुंबई रेल प्रवासी संघ ने राज्य सरकार से शहर की परिवहन व्यवस्था के प्रबंधन के लिए एक ही प्राधिकरण बनाने की मांग की है, जिसका उद्देश्य विभिन्न सार्वजनिक परिवहन साधनों में बेहतर समन्वय स्थापित करना है.
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मुंबई रेल प्रवासी संघ के सचिव सिद्धेश देसाई ने कहा, "मुंबई और ग्रेटर मुंबई में विभिन्न सार्वजनिक परिवहन साधन हैं, जिनमें से प्रत्येक का प्रबंधन अलग-अलग प्राधिकरण करते हैं. लेकिन उनके बीच कोई समन्वय नहीं है. यदि लोकल ट्रेन सेवा बंद हो जाती है, तो आपात स्थिति के दौरान कोई वैकल्पिक परिवहन नहीं चलता है. एक ही प्राधिकरण आपात स्थिति के दौरान प्रबंधन को सरल बनाएगा और दैनिक परिचालन में समन्वय को बेहतर बनाएगा."
उन्होंने कहा कि इसी तरह की प्रणाली का उपयोग विभिन्न अंतरराष्ट्रीय शहरों में किया जाता है. देसाई ने कहा, "इसके अलावा, विधायकों के हस्तक्षेप के कारण कई रेलवे परियोजनाएं रुकी हुई हैं. हम मांग करते हैं कि विधायक किसी भी परियोजना को न रोकें." पश्चिमी उपनगरों की मंडल रेलवे कम्यूटर समिति के सदस्य राजीव सिंघल ने मुंबई लोकल ट्रेन प्रणाली के लिए एक अलग निकाय की आवश्यकता पर जोर दिया.
सिंघल ने कहा, "सुरक्षा के साथ लोकल ट्रेनों की आवृत्ति बढ़ाने की भी आवश्यकता है. वर्तमान में, डिवीजन रेलवे मैनेजर लोकल और लंबी दूरी की ट्रेन प्रणाली दोनों की देखरेख करता है. लोकल ट्रेन प्रणाली के लिए एक अलग निकाय की स्थापना से दक्षता में सुधार होगा." आमची मुंबई, आमची बेस्ट के कार्यकर्ता रूपेश शेलटकर ने मांग की कि सभी मेट्रो सेवाओं को बेस्ट को सौंप दिया जाए और बेस्ट परिवहन प्रणाली को मजबूत किया जाए.
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