Updated on: 06 December, 2024 05:20 PM IST | mumbai
Ujwala Dharpawar
केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री और आरपीआई अध्यक्ष रामदास अठावले ने डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर के 68वें महापरिनिर्वाण दिवस पर चैत्यभूमि, दादर में श्रद्धांजलि अर्पित की.
अठावले ने दलितों और ऊंची जातियों के बीच सामाजिक एकता को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि डॉ. अंबेडकर का जीवन हर भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत है.
केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामदास अठावले ने आज डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर के 68वें महापरिनिर्वाण दिवस पर चैत्यभूमि, दादर में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की. इस मौके पर उनके साथ उनकी पत्नी सीमा अठावले और बेटे जीत अठावले मौजूद थे. डॉ. अंबेडकर के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए रामदास अठावले ने कहा कि डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर ने सामाजिक और आर्थिक समानता का सपना देखा था, और उनके विचार जाति, धर्म, क्षेत्र और भाषा की संकीर्ण सीमाओं से परे थे. उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर का जीवन भारत की सामाजिक एकता और समतामूलक समाज के निर्माण के लिए समर्पित था.
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अठावले ने कहा, "डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर का मिशन भारत की एकता और अखंडता को मजबूत करना था. वे हमेशा सामाजिक समानता और दलितों के उत्थान के लिए प्रयासरत रहे. उनके संघर्ष और बलिदान के बिना आज का भारत संभव नहीं होता. उनका योगदान हर भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत है." उन्होंने यह भी कहा कि डॉ. अंबेडकर ने हमेशा दलितों और ऊंची जातियों के बीच सामाजिक एकता पर जोर दिया. उनके आदर्शों का पालन करते हुए हमें देश में समता और न्याय पर आधारित समाज का निर्माण करना चाहिए.
रामदास अठावले ने सुबह नई दिल्ली में संसद भवन में डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर भी पुष्पांजलि अर्पित की. इसके बाद उन्होंने अपने आवास पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भाग लिया और डॉ. अंबेडकर के प्रति सम्मान व्यक्त किया. उन्होंने कहा, "6 दिसंबर का दिन भले ही हमारे लिए दुख का प्रतीक है, लेकिन यह हमारे महान नेता और मुक्तिदाता डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर को कृतज्ञतापूर्वक सलाम करने और उनके विचारों से प्रेरणा लेने का दिन है. हमें उनके मिशन को आगे बढ़ाते हुए एक समतामूलक समाज का निर्माण करना चाहिए."
डॉ. अंबेडकर के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए रामदास अठावले ने कहा, "अगर डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर इस देश के संविधान निर्माता नहीं होते, तो यह देश किस दिशा में होता, इसकी कल्पना भी मुश्किल है. उनके योगदान से ही आज हमारा लोकतंत्र मजबूत और समतामूलक है." इस अवसर पर आरपीआई मुंबई अध्यक्ष सिद्धार्थ कसारे, राष्ट्रीय महासचिव अविनाश महातेकर, यूथ अलायंस महाराष्ट्र के अध्यक्ष पप्पू कागड़े, चंद्रशेखर कांबले, अहिल्या नगर जिला अध्यक्ष सुनील साल्वे, रवि गायकवाड़, मयूर बंसोडे खटव समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे.
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