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बजट पर आदित्य ठाकरे का तीखा वार- `किसानों से झूठ, महिलाओं से छल, युवाओं को नजरअंदाज`

Updated on: 11 March, 2025 10:28 AM IST | Mumbai
Ujwala Dharpawar | ujwala.dharpawar@mid-day.com

आदित्य ठाकरे ने सरकार पर सीधा निशाना साधते हुए कहा – क्या यह सरकार महाराष्ट्र की जनता की है या चुनाव आयोग के आशीर्वाद से सत्ता में आई है?

X/Pics, Aaditya Thackeray

X/Pics, Aaditya Thackeray

शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के विधायक और युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने महाराष्ट्र सरकार के बजट 2024 को पूरी तरह बोगस करार दिया. उन्होंने कहा कि बीजेपी के अपवित्र गठबंधन ने चुनावी वादों को ठेंगा दिखाते हुए जनता को धोखा दिया है. एक्स पर आदित्य ठाकरे ने महाराष्ट्र सरकार के बजट 2024 पर सवाल उठाते हुए पोस्ट जारी किया है. उन्होंने लिखा- 

किसानों और महिलाओं के साथ विश्वासघात


>> कर्ज माफी का कोई जिक्र नहीं – चुनाव के समय किसानों से बड़े-बड़े वादे किए गए, लेकिन बजट में इसका नामोनिशान तक नहीं.


>> "लड़की बहन" योजना का आवंटन घटाया गया, और ₹2100 देने का वादा भी गायब कर दिया गया. महिलाओं के सशक्तिकरण की बातें केवल दिखावे की रह गईं.

मुंबई के नाम पर झूठी घोषणाएं


>> 64,000 करोड़ के जिन प्रोजेक्ट्स का दिखावा किया जा रहा है, वे BMC और MMRDA द्वारा पहले से संचालित हैं. इनमें से ज़्यादातर प्रोजेक्ट देरी का शिकार हैं और लागत बढ़ोतरी को छुपाने के लिए इन्हें नए काम की तरह पेश किया गया है.

>> "कुर्ला-वर्ली" व्यापार केंद्र का जिक्र किया गया है, लेकिन यह असल में क्या है? सरकार को खुद ही नहीं पता.

>> गिफ्ट सिटी जैसे लाभों पर कोई स्पष्टता नहीं, सिर्फ़ हवा-हवाई बातें की गई हैं.

अडानी के लिए मेट्रो, जनता के लिए कर का बोझ

>> दो एयरपोर्ट्स को जोड़ने वाले मेट्रो कनेक्टर को अडानी समूह द्वारा बनाया जाना चाहिए, क्योंकि वही इनका मालिक और संचालक है. लेकिन सरकार ने इसे करदाताओं के पैसों से बनाने का फैसला किया है, जो साफ़ तौर पर पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने की साजिश है.

शिव स्मारक का जिक्र तक नहीं

>> सरकार ने कई नई मूर्तियों और स्मारकों की घोषणा की, लेकिन अरब सागर में शिव स्मारक, जिसके लिए 2017 में पीएम ने जल पूजन किया था, उसका कोई जिक्र तक नहीं.

>> मराठी भाषा सप्ताह की बात तो हुई, लेकिन महाराष्ट्र और मुंबई की असली संस्कृति को संरक्षित करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए.

ठेकेदारों की लूट, जनता को धोखा

>> कोई नया निवेश नहीं, कोई ठोस योजना नहीं, सिर्फ़ ठेकेदारों और सरकार के आकाओं के लिए फायदा.

>> जो भी घोषणाएं की गईं, वे पहले से चल रही योजनाओं की नई पैकेजिंग मात्र हैं.

>> यह बजट जनता के लिए नहीं, बल्कि सरकार के मालिकों और ठेकेदारों के हित में बनाया गया है.

आदित्य ठाकरे ने सरकार पर सीधा निशाना साधते हुए कहा – क्या यह सरकार महाराष्ट्र की जनता की है या चुनाव आयोग के आशीर्वाद से सत्ता में आई है?

 

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