Updated on: 29 April, 2025 11:11 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने बताया कि शिव-फुले-शाहू-अम्बेडकर केवल नाम नहीं हैं, बल्कि ये एक विचारधारा का प्रतिनिधित्व करते हैं.
X/Pics, Sharad Pawar
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार आज, मंगलवार 29 अप्रैल 2025 को फिल्म `फुले` की स्पेशल स्क्रीनिंग में हिस्सा लेंगे. यह स्क्रीनिंग मेट्रो सिनेमा, न्यू मरीन लाइंस में आयोजित की गई है. इस अवसर पर सुप्रिया सुले, जयंतराव पाटिल और जितेंद्र आव्हाड जैसे पार्टी के वरिष्ठ नेता भी उपस्थित रहेंगे. इसके अलावा, पार्टी के कई कार्यकर्ता और नेता इस फिल्म को एक साथ देखेंगे, जो महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले के जीवन और संघर्षों को उजागर करती है.
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राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने बताया कि शिव-फुले-शाहू-अम्बेडकर केवल नाम नहीं हैं, बल्कि ये एक विचारधारा का प्रतिनिधित्व करते हैं. पार्टी के अनुसार, यह विचारधारा शरद पवार के नेतृत्व में पार्टी के खून में समाई हुई है, और इसका मुख्य उद्देश्य समाज में इस विचारधारा को फैलाना नहीं, बल्कि इसे जमीनी स्तर पर जिंदा करना है. पार्टी का मानना है कि फुले के संघर्ष और उनके योगदान को समाज के हर वर्ग तक पहुँचाना अत्यंत आवश्यक है, विशेष रूप से महिला शिक्षा के क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए योगदान को सामने लाना है.
यह फिल्म महात्मा ज्योतिबा फुले और उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले की जीवन यात्रा को बखूबी पेश करती है, जिन्होंने भारतीय समाज में शिक्षा का अलख जगाया और खासकर महिला शिक्षा को बढ़ावा दिया. पार्टी के अनुसार, फिल्म फुले के जीवन की सच्चाई को उजागर करती है और उनकी संघर्षमयी यात्रा और महिला शिक्षा के लिए उनकी मेहनत को प्रमुखता से दिखाती है.
पार्टी ने नागरिकों से अपील की है कि वे इस फिल्म को देखें, ताकि वे फुले के योगदान को समझ सकें और समाज में समानता, शिक्षा और जागरूकता की दिशा में कदम बढ़ा सकें. यह स्क्रीनिंग एक प्रयास है, जिससे समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की उम्मीद है और आने वाले समय में इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन और भी बड़े पैमाने पर किया जाएगा.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने यह भी कहा कि इस फिल्म के माध्यम से फुले के आदर्शों और उनके विचारों को नई पीढ़ी तक पहुँचाने का यह एक अहम कदम है, जिससे भविष्य में समाज में अधिक जागरूकता और समानता की दिशा में प्रयास किए जा सकेंगे.
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