Updated on: 16 May, 2025 02:19 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की पहल पर टाटा टेक्नोलॉजी ने मराठवाड़ा के बीड, नांदेड़ और छत्रपति संभाजीनगर जिलों में तीन ‘सीट्रिपलआईटी’ केंद्रों की स्थापना को मंजूरी दी है.
X/Pics, Ajit Pawar
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की सक्रियता और विकासपरक दृष्टिकोण के चलते मराठवाड़ा क्षेत्र के बीड, नांदेड़ और छत्रपति संभाजीनगर जिलों को एक-एक ‘सीट्रिपलआईटी’ (CtripleIT - आविष्कार, नवाचार, ऊष्मायन और प्रशिक्षण केंद्र) की मंजूरी मिल गई है. टाटा टेक्नोलॉजी द्वारा राज्य सरकार को भेजे गए पत्र में यह पुष्टि की गई है कि नांदेड़ और संभाजीनगर में दो नए केंद्र 191-191 करोड़ की लागत से स्थापित किए जाएंगे. इससे पहले बीड जिले के लिए भी ऐसी ही एक परियोजना को मंजूरी दी गई थी.
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यह पूरी योजना अजीत पवार द्वारा 23 अप्रैल 2025 को मराठवाड़ा दौरे में की गई घोषणा का परिणाम है. इसके दो दिन बाद ही, 25 अप्रैल को उन्होंने टाटा टेक्नोलॉजी को पत्र लिखकर इन तीनों जिलों में प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने की अपील की थी. कंपनी ने भी सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए डेढ़ महीने के भीतर सभी प्रस्तावों को स्वीकृति दे दी.
इन तीनों सीट्रिपलआईटी केंद्रों की स्थापना से हर वर्ष 7,000 युवाओं को विश्वस्तरीय औद्योगिक, तकनीकी, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित प्रशिक्षण मिलेगा. इसका लाभ सीधे तौर पर मराठवाड़ा क्षेत्र के 21,000 से अधिक युवाओं को मिलेगा. यह पहल क्षेत्र में उद्योगों के लिए कुशल जनशक्ति तैयार करेगी और स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार एवं स्वरोजगार के नए अवसर खोल देगी.
टाटा टेक्नोलॉजी इन केंद्रों की स्थापना के बाद प्रारंभिक तीन वर्षों तक प्रशिक्षण लागत स्वयं वहन करेगी. बाद के वर्षों में यह लागत जिला प्रशासन और कंपनी के बीच 50-50 प्रतिशत हिस्सेदारी में वितरित की जाएगी.
इन कदमों से न केवल युवाओं का कौशल बढ़ेगा, बल्कि मराठवाड़ा में उद्योग-अनुकूल वातावरण भी विकसित होगा. नागरिकों ने उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की इस तेज़, निर्णायक कार्यशैली की सराहना करते हुए उम्मीद जताई है कि यह मॉडल अन्य क्षेत्रों के लिए भी प्रेरणादायी साबित होगा. "मैं जो कहता हूं, वही करता हूं…" — अजीत पवार की यह छवि अब और मजबूत हो गई है.
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