Updated on: 23 June, 2025 10:42 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते गोशाईगंज, गौरीगंज और ऊँचाहार के तीन विधायकों को पार्टी से निष्कासित कर दिया.
X/Pics, Samajwadi Party
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को एक अहम निर्णय लिया और अपनी पार्टी के तीन विधायकों को पार्टी से निष्कासित कर दिया. यह कार्रवाई पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर की गई है. अखिलेश यादव ने खुद इस फैसले की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी, जिसमें यह स्पष्ट किया गया कि यह निर्णय पार्टी की विचारधारा के खिलाफ कार्य करने वाले विधायकों के खिलाफ लिया गया है.
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समाजवादी सौहार्दपूर्ण सकारात्मक विचारधारा की राजनीति के विपरीत साम्प्रदायिक विभाजनकारी नकारात्मकता व किसान, महिला, युवा, कारोबारी, नौकरीपेशा और ‘पीडीए विरोधी’ विचारधारा का साथ देने के कारण, समाजवादी पार्टी जनहित में निम्नांकित विधायकों को पार्टी से निष्कासित करती है:
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) June 23, 2025
1. मा.…
समाजवादी पार्टी ने सोशल मीडिया पर लिखा, "समाजवादी पार्टी की सकारात्मक और सौहार्दपूर्ण विचारधारा की राजनीति के विपरीत, यदि कोई साम्प्रदायिक विभाजनकारी, नकारात्मक विचारधारा को बढ़ावा देता है, और समाज के विभिन्न वर्गों, जैसे किसानों, महिलाओं, युवाओं, कारोबारियों, नौकरीपेशा लोगों और ‘पीडीए विरोधी’ विचारधारा को समर्थन देता है, तो ऐसी विचारधारा से पार्टी को कोई भी संबंध नहीं रखना चाहिए."
निष्कासित किए गए विधायकों में शामिल हैं:
1. मा. विधायक गोशाईगंज श्री अभय सिंह
2. मा. विधायक गौरीगंज श्री राकेश प्रताप सिंह
3. मा. विधायक ऊँचाहार श्री मनोज कुमार पाण्डेय
समाजवादी पार्टी ने यह भी कहा कि इन विधायकों को पहले `अनुग्रह-अवधि` के तहत समय दिया गया था ताकि वे अपने हृदय परिवर्तन पर विचार करें, लेकिन अब वह समय समाप्त हो चुका है. पार्टी ने स्पष्ट किया कि भविष्य में ‘जन-विरोधी’ गतिविधियों के लिए पार्टी में कोई स्थान नहीं होगा.
इस निष्कासन के साथ समाजवादी पार्टी ने अपनी मूल विचारधारा की रक्षा का स्पष्ट संदेश दिया है कि पार्टी के सदस्य केवल उन्हीं विचारों और सिद्धांतों का पालन करेंगे जो समाज की भलाई के लिए हों. "जहाँ रहें, विश्वसनीय रहें," यह संदेश पार्टी के सिद्धांत और दृष्टिकोण को सामने रखता है.
समाजवादी पार्टी का यह कदम उस समय आया है जब उत्तर प्रदेश में आगामी चुनावों को लेकर राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है, और हर पार्टी अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए तमाम कोशिशें कर रही है. समाजवादी पार्टी ने यह दिखा दिया है कि वह अपने आंतरिक सदस्यों के विचारों और कार्यों के प्रति सख्त है, और जिनकी विचारधारा पार्टी के मूल सिद्धांतों से मेल नहीं खाती, उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया जाएगा.
यह निर्णय समाजवादी पार्टी की ओर से एक संदेश के रूप में देखा जा सकता है कि वह किसी भी तरह के विभाजन और असहमति को बर्दाश्त नहीं करेगी, और पार्टी की विचारधारा का उल्लंघन करने वालों के लिए कोई जगह नहीं होगी.
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