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कंगना रनौत के संसदीय क्षेत्र मंडी में बाढ़ का कहर, एक की मौत और दर्जन भर लापता

Updated on: 01 July, 2025 06:53 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

मंडी में सोमवार शाम से 216.8 मिमी बारिश हुई. मंडी के उपायुक्त अपूर्व देवगन ने बताया कि एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 12-13 लोग लापता हैं.

मंडी पुलिस ने कहा कि आम जनता को सलाह दी गई है कि जब तक बहुत ज़रूरी न हो, यात्रा करने से बचें. तस्वीर/पीटीआई

मंडी पुलिस ने कहा कि आम जनता को सलाह दी गई है कि जब तक बहुत ज़रूरी न हो, यात्रा करने से बचें. तस्वीर/पीटीआई

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भारी बारिश के कारण बादल फटने और अचानक आई बाढ़ में एक व्यक्ति की मौत हो गई और करीब 12 लोग लापता हो गए. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार मंडी में सोमवार शाम से 216.8 मिमी बारिश हुई. मंडी के उपायुक्त अपूर्व देवगन ने बताया कि एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 12-13 लोग लापता हैं. 

रिपोर्ट के मुताबिक करसोग में एक व्यक्ति की मौत की खबर है, जबकि मंडी के स्यांज में दो परिवारों के करीब सात लोग लापता हैं. देवगन ने बताया कि भारी बारिश के बाद बादल फटने और अचानक आई बाढ़ के कारण जिले में कई स्थानों पर भारी नुकसान हुआ है, जिसके बाद कई लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. घरों और कृषि भूमि को नुकसान पहुंचने की खबरें मिली हैं. करसोग के पुराना बाजार (पंजरत), कुट्टी, बराल, मामेल और भ्याल गांवों में सड़कें और वाहन बह गए हैं. मंडी की लौंगनी पंचायत के स्याठी गांव में भारी बारिश के कारण एक दर्जन घर, गौशालाएं, घोड़े, मवेशी और बकरियां बह गई हैं, जबकि पंडोह के पास पटीकरी पावर प्रोजेक्ट में लोगों के घरों में पानी घुस गया है.


जिले की सभी नदियां और नाले उफान पर हैं और ब्यास नदी में पंडोह बांध से 1.5 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया है.  रिपोर्ट के अनुसार पंडोह बांध का जलस्तर 2,941 फीट के खतरे के निशान के मुकाबले 2,922 फीट पर पहुंच गया है. चंडीगढ़-मनाली फोर-लेन वर्तमान में नौ मील, द्वाडा, झलोगी और बनाला सहित कई स्थानों पर अवरुद्ध है, जबकि कमांद-कटौला-बजौरा मार्ग केवल हल्के मोटर वाहनों (एलएमवी) के लिए खुला है. मंडी पुलिस ने कहा कि आम जनता को सलाह दी गई है कि जब तक बहुत जरूरी न हो, यात्रा से बचें.


हमीरपुर जिले से भी कच्चे मकानों, जलापूर्ति और बिजली योजनाओं को नुकसान पहुंचने की खबरें आ रही हैं और लोग पैदल ही आगे बढ़ने को मजबूर हैं, क्योंकि ब्यास नदी के बाएं किनारे पर सुजानपुर टीरा से संधोल तक सड़क आंशिक रूप से जलमग्न है और वाहनों के आवागमन के लिए अवरुद्ध है. रिपोर्ट के मुताबिक सुजानपुर के खैरी ग्राम पंचायत से बाढ़ में फंसे करीब 15 प्रवासियों को बचाया गया और भारतीय रिजर्व बटालियन जंगलबेरी और पुलिस की टीमें बचाव कार्य में लगी हुई हैं.

भारी बारिश के बाद मंडी और हमीरपुर के जिला प्रशासन ने मंगलवार को स्कूल बंद कर दिए हैं. हालांकि, स्थानीय लोगों के अनुसार, हमीरपुर जिले में इस आशय की सूचना समय पर नहीं मिलने के कारण छात्र पहले ही स्कूल पहुंच गए थे. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में चंबा, हमीरपुर, मंडी, शिमला, सिरमौर और सोलन के छह जिलों के कुछ हिस्सों में हल्के से मध्यम स्तर की बाढ़ के खतरे की चेतावनी दी है.


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