Updated on: 31 December, 2024 11:41 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
सोने का आयात बढ़ने से मुंबई में सोना 100 रुपये प्रति 10 ग्राम चढ़ गया, लेकिन डॉलर के मुकाबले रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंचने से चांदी 209 रुपये प्रति किलोग्राम गिर गई.
सोने और चांदी की फाइल फोटो
ट्रंप की जीत के बाद जैसे ही क्रिसमस की छुट्टियां पूरी दुनिया में फैलीं, 2025 में सोने और चांदी का रुझान और अधिक अनिश्चित हो गया, जबकि खरीदार और निवेशक नई खरीदारी से दूर रहे, विश्व बाजार में सोने और चांदी में गिरावट आई. सोने का आयात बढ़ने से मुंबई में सोना 100 रुपये प्रति 10 ग्राम चढ़ गया, लेकिन डॉलर के मुकाबले रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंचने से चांदी 209 रुपये प्रति किलोग्राम गिर गई.
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दिसंबर के तीसरे सप्ताह के अंत में नई अमेरिकी बेरोजगारी लाभ संख्या 1,000 से गिरकर 2.19 लाख हो गई, जबकि बाजार की उम्मीद 2.24 लाख थी. मौजूदा संख्या सात महीने के निचले स्तर 2.13 लाख के बहुत करीब है. हालाँकि, मौजूदा बेरोज़गारी संख्या 22,663 बढ़कर 2.74 लाख हो गई. 26 दिसंबर को समाप्त सप्ताह के अंत में अमेरिका की 30-वर्षीय बंधक दर लगातार दूसरे सप्ताह बढ़कर 6.85 प्रतिशत हो गई. पिछले दो हफ्तों में लगातार गिरावट के बाद गिरवी दरों में बढ़ोतरी के बावजूद नए और मौजूदा घरों की बिक्री बढ़ रही है. जैसे ही अमेरिका में बेरोजगारी के आंकड़े गिरे, डॉलर इंडेक्स पर मुनाफावसूली बढ़ गई, डॉलर इंडेक्स 0.25 प्रतिशत गिरकर 107.88 अंक पर आ गया, जो दो साल के उच्चतम स्तर पर लगातार तीन दिनों तक 108.20 से 108.24 प्रतिशत अंक के आसपास था.
चीन का औद्योगिक मुनाफा नवंबर में लगातार चौथे महीने 7.3 फीसदी गिरा और इस साल जनवरी-नवंबर अवधि में चीन का औद्योगिक मुनाफा 4.7 फीसदी गिरा, जो जनवरी-अक्टूबर अवधि में 4.3 फीसदी गिरा. ख़ासतौर पर सरकारी कंपनियों का मुनाफ़ा 8.4 प्रतिशत घट गया, जिसके मुक़ाबले निजी कंपनियों का मुनाफ़ा केवल एक प्रतिशत कम हुआ. गैर-धातु खनिज कंपनियों का मुनाफा 48.2 प्रतिशत घट गया, जबकि अलौह धातु कंपनियों, कपड़ा, कंप्यूटर संचार कंपनियों और कृषि कंपनियों का मुनाफा बढ़ गया.
वर्ष 2024 मुद्रा बाजार के लिए उथल-पुथल भरा रहा, क्योंकि अमेरिका, यूरोप, ब्रिटेन, जापान समेत दुनिया के लगभग सभी केंद्रीय बैंकों ने ब्याज दरों में महत्वपूर्ण बदलाव किये. जापान को छोड़कर सभी केंद्रीय बैंकों ने 2024 में दर में कटौती की श्रृंखला दी है. 2025 में ट्रंप की नीति का असर दुनिया के सभी देशों पर पड़ेगा. यदि अमेरिका और शेष विश्व के बीच टैरिफ युद्ध अपने चरम पर पहुंच जाता है, तो मुद्रास्फीति भी बढ़ती रहेगी, जिससे दरों में कटौती करना खतरनाक हो जाएगा. 2024 में जापान द्वारा ब्याज दरों में दो बार बढ़ोतरी के बाद, टैरिफ-युद्ध के प्रभाव के कारण दरों में और बढ़ोतरी संभव नहीं हो सकती है. इस प्रकार वर्ष 2024 की तरह यदि वर्ष 2025 भी मुद्रा बाजार के लिए अस्त-व्यस्त न रहे तो सोने में लगातार तेजी के बजाय उतार-चढ़ाव के बाद तेजी-मंदी का दौर रहेगा. 2024 में सोना 28 फीसदी बढ़ा, मौजूदा हालात को देखते हुए 2025 में इतनी बड़ी तेजी की संभावना नहीं दिख रही है.
मूल्य लय
सोना (99.9 स्पर्श, दस ग्राम): 76,436
सोना (99.5 स्पर्श, दस ग्राम): 76,130
चांदी (.999 टच, प्रति किलो): 87,831
(सोर्स: इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन लिमिटेड)
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