Updated on: 19 September, 2024 02:54 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
श्रीनगर से जारी किए गए दृश्यों में सीआरपीएफ कर्मियों की तैनाती और कई चेकपॉइंट लगाए गए हैं.
प्रतिनिधि छवि/फ़ाइल चित्र
प्रधानमंत्री मोदी आज श्रीनगर में एक रैली को संबोधित करने वाले हैं. उनके आगमन से पहले इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार श्रीनगर से जारी किए गए दृश्यों में सीआरपीएफ कर्मियों की तैनाती और कई चेकपॉइंट लगाए गए हैं. एक नागरिक ने कहा, "पीएम मोदी अपने दौरे के लिए आ रहे हैं, पूरे जम्मू-कश्मीर के नागरिक उनका स्वागत कर रहे हैं. चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से हो रहे हैं और उम्मीदवार प्रचार कर रहे हैं. क्षेत्र के युवाओं को पीएम मोदी से उम्मीद है कि वे उनके लिए रोजगार के अवसर लाएंगे. हमें यह भी उम्मीद है कि वे बिजली के बिल कम करने और किसानों को कर्ज माफी देने के बारे में कदम उठाएंगे. हमें उम्मीद है कि वे जम्मू-कश्मीर की जनता के लिए कुछ लेकर आएंगे, क्योंकि जनता का मानना है कि पीएम देश के हर नागरिक के लिए जिम्मेदार हैं, इसलिए हमें उम्मीद है कि वे जनता की मांगों को जिम्मेदारी के साथ पूरा करेंगे."
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रिपोर्ट के मुताबिक जम्मू और कश्मीर में 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को क्रमशः दूसरे और तीसरे चरण के लिए मतदान होगा. विधानसभा चुनाव का पहला चरण जम्मू और कश्मीर के 24 निर्वाचन क्षेत्रों से 61.13 प्रतिशत मतदान के साथ संपन्न हुआ, जिसमें कश्मीर क्षेत्र की 16 सीटें और जम्मू क्षेत्र की आठ सीटें शामिल हैं.
पुलवामा जिले में सबसे कम 46.65 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि किश्तवाड़ जिले में सबसे अधिक 80.14 प्रतिशत मतदान हुआ. रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को चुनाव आयोग ने एक बयान में कहा, "लोकसभा चुनाव 2024 की सफल नींव पर निर्माण करते हुए, शांतिपूर्ण और उत्साही मतदान ने जम्मू और कश्मीर में विधानसभा चुनावों की शुरुआत को चिह्नित किया."
आयोग ने आगे कहा कि समाज के सभी वर्गों के मतदाताओं ने `लोकतंत्र के आह्वान` का पूरे दिल से जवाब दिया, जिससे विधानसभा चुनावों की घोषणा के दौरान सीईसी राजीव कुमार द्वारा व्यक्त किए गए विश्वास की पुष्टि हुई कि जम्मू-कश्मीर के लोग चुनावी प्रक्रिया को बाधित करने की कोशिश करने वाली नापाक ताकतों को करारा जवाब देंगे. रिपोर्ट के मुताबिक चुनाव आयोग ने कहा कि मतदान केंद्रों पर लंबी कतारों के दृश्य दुनिया को दिखाते हैं कि जम्मू-कश्मीर के लोगों का लोकतांत्रिक प्रक्रिया में गहरा भरोसा और विश्वास है. मोदी ने इस महीने की शुरुआत में जम्मू-कश्मीर के डोडा में एक रैली को संबोधित किया था.
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