Updated on: 30 September, 2024 04:37 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
अमरावती के रेजिडेंट डिप्टी कलेक्टर अनिल भटकर ने बताया कि नुकसान की कोई खबर नहीं है.
प्रतीकात्मक तस्वीर/फ़ाइल/आईस्टॉक
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) ने कहा कि सोमवार दोपहर महाराष्ट्र के अमरावती जिले में 4.2 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार अमरावती के रेजिडेंट डिप्टी कलेक्टर अनिल भटकर ने बताया कि किसी के हताहत होने या संपत्ति के नुकसान की कोई खबर नहीं है. एनसीएस ने बताया कि जिले में दोपहर 1.37 बजे भूकंप आया.
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रिपोर्ट के मुताबिक भटकर ने बताया कि चिकलधारा, कटकुंभ, चुरनी, पचडोंगरी तालुका और मेलघाट इलाके में हल्के झटके महसूस किए गए. उन्होंने बताया कि जिले के परतवाड़ा शहर और अकोट इलाके के धरनी के कुछ हिस्सों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. इस बीच, पिछले हफ्ते, गुजरात के कच्छ जिले में सोमवार सुबह 3.3 तीव्रता का भूकंप आया, जैसा कि भूकंपीय अनुसंधान संस्थान (आईएसआर) ने बताया था.
अधिकारियों ने बताया कि भूकंपीय गतिविधि के कारण जिले में किसी के हताहत होने या संपत्ति के नुकसान की खबर नहीं है. रिपोर्ट के अनुसार गांधीनगर स्थित आईएसआर ने बताया कि भूकंप सुबह 10.05 बजे दर्ज किया गया, जिसका केंद्र रापर से 12 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में स्थित था. आईएसआर के आंकड़ों के अनुसार, इस महीने राज्य के सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र में 3 से अधिक तीव्रता का यह चौथा भूकंप है.
गुजरात में भूकंप का खतरा बहुत अधिक है. रिपोर्ट के मुताबिक गुजरात राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (जीएसडीएमए) द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पिछले 200 वर्षों में राज्य में नौ बड़े भूकंप आए हैं. इसने कहा कि 2001 का कच्छ भूकंप पिछली दो शताब्दियों में भारत में तीसरा सबसे बड़ा और दूसरा सबसे विनाशकारी भूकंप था. 2001 में 26 जनवरी को, गुजरात में 6.9 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसका केंद्र कच्छ में भचाऊ के पास स्थित था, जिसने पूरे राज्य को प्रभावित किया था. जीएसडीएमए द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, भूकंप में लगभग 13,800 लोग मारे गए और 1.67 लाख लोग घायल हुए.
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