Updated on: 25 September, 2025 01:03 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
महाराष्ट्र में भारी बारिश और बाढ़ के कारण किसानों की हालत बेहद गंभीर हो गई है. मराठवाड़ा और सोलापुर क्षेत्रों में फसलें बर्बाद हो गई हैं और आर्थिक संकट गहराया है.
X/Pics, Supriya Sule
महाराष्ट्र में लगातार हो रही भारी बारिश का असर अब तक सबसे अधिक मराठवाड़ा और सोलापुर क्षेत्रों में देखा जा रहा है. सोलापुर में बाढ़ के कारण जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो चुका है. कई इलाकों में खेत बह गए हैं, फसलें सड़ गई हैं और किसानों की आर्थिक स्थिति बेहद गंभीर हो गई है. इस गंभीर स्थिति के मद्देनज़र विपक्षी सांसद सुप्रिया सुले ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की.
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सुले ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री को महाराष्ट्र में आई बाढ़ की भयावह स्थिति से अवगत कराया. उन्होंने बताया कि राज्य में किसानों को भारी नुकसान हुआ है और कई जगहों पर मिट्टी बहने के कारण कृषि योग्य जमीन अनुत्पादक हो गई है. भारी बारिश और बाढ़ के कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं, जिससे उनके जीवनयापन और आर्थिक स्थिरता पर गंभीर असर पड़ा है.
केंद्रीय कृषीमंत्री मा. शिवराजसिंह चौहान जी यांची भेट घेऊन त्यांना महाराष्ट्रातील पूरस्थितीची भीषण स्थिती सांगितली. राज्यातील शेतकऱ्यांचे अनोतान नुकसान झाले आहे. अनेक ठिकाणी शेतातील माती वाहून गेली असून शेती नापिक होण्याचा धोका निर्माण झाला आहे. अतिवृष्टीमुळे पीके जाग्यावर कुजली… pic.twitter.com/XyP3z4SmIM
— Supriya Sule (@supriya_sule) September 24, 2025
इस पृष्ठभूमि में सुप्रिया सुले ने केंद्रीय मंत्री से महाराष्ट्र में ओला घोषित करने की मांग की. इसके साथ ही उन्होंने किसानों के लिए केंद्र से विशेष वित्तीय पैकेज और पूर्ण ऋण माफी की भी पुरज़ोर मांग की. उन्होंने यह भी कहा कि किसानों को फिर से कृषि कार्यों में लौटने के लिए शून्य या कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराया जाए और मौजूदा ऋणों पर कोई दबाव न डाला जाए.
सुले ने बताया कि केंद्रीय कृषि मंत्री ने उनकी बातें ध्यान से सुनी और इस गंभीर स्थिति को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी. उन्होंने मंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस मुलाकात के लिए उन्होंने समय दिया और किसानों की स्थिति को समझने का प्रयास किया.
राज्य में बारिश और बाढ़ का असर लगातार बढ़ रहा है. किसानों की फसलें और खेत बर्बाद होने से उनकी आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई है. केंद्रीय मंत्री के साथ हुई यह मुलाकात किसानों को राहत पैकेज और ऋण माफी के मामले में उम्मीद की किरण दे सकती है. सुप्रिया सुले का यह कदम सरकार और केंद्रीय मंत्री के समक्ष किसानों की समस्याओं को मजबूती से उठाने का प्रयास माना जा रहा है.
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