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एनडीए नेता चुने जाने के बाद पीएम मोदी ने लिया आडवाणी का आशीर्वाद

Updated on: 07 June, 2024 08:32 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

इस बैठक में एनडीए के कई बड़े नेता मिलकर सरकार बनाने की तैयारी कर रहे हैं. ऐसे में नेता चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लालकृष्ण आडवाणी के घर पहुंचे और उनसे मुलाकात की.

नरेंद्र मोदी और लाल कृष्ण आडवाणी की फाइल फोटो

नरेंद्र मोदी और लाल कृष्ण आडवाणी की फाइल फोटो

लोकसभा चुनाव में 292 सीटें जीतने के बाद देश के पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में एनडीए के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं की बैठक हुई. इस बैठक में नरेंद्र मोदी को एनडीए का नेता मनोनीत किया गया. इस बैठक में एनडीए के कई बड़े नेता मिलकर सरकार बनाने की तैयारी कर रहे हैं. ऐसे में नेता चुने जाने के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के घर पहुंचे और उनसे मुलाकात की.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के आवास पहुंचे. इस बीच पीएम मोदी ने भी आडवाणी से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया. इसके साथ ही पीएम मोदी ने आडवाणी की प्रगति के बारे में भी पूछा. आडवाणी से मुलाकात के बाद पीएम मोदी का बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात का कार्यक्रम है.


शुक्रवार को हुई बैठक में पीएम मोदी को तीसरी बार एनडीए संसदीय दल का नेता चुना गया है. संभावना जताई जा रही है कि पीएम मोदी 9 जून को शाम 6 बजे अपने तीसरे कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. इसके साथ ही पीएम मोदी लगातार तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री बनने वाले देश के दूसरे नेता बन जाएंगे. इससे पहले पंडित जवाहरलाल नेहरू लगातार तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने थे.


इससे पहले जब आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था तब भी मोदी उनके आवास पर गये थे. 96 वर्षीय आडवाणी भाजपा के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं. वह अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में उपप्रधानमंत्री भी रह चुके हैं. 90 साल के मुरली मनोहर जोशी भी बीजेपी के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं. आडवाणी और जोशी राम भी जन्मभूमि आंदोलन में सबसे आगे थे.

पिछले 10 सालों में मोदी ने आडवाणी से मिलने का एक भी मौका नहीं छोड़ा है. 2014 और 2019 में मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद वह आडवाणी से मिलने गए और उनका आशीर्वाद लिया. मोदी आडवाणी को अपना राजनीतिक गुरु मानते हैं और कई मौकों पर उनका जिक्र कर चुके हैं. बीजेपी को इस मुकाम तक पहुंचाने में जितना योगदान आडवाणी का है, उतना ही योगदान नरेंद्र मोदी के सफर में भी है. आडवाणी कई मौकों पर मोदी के लिए ढाल बनकर खड़े हुए हैं.


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