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प्रधानमंत्री मोदी इस दिन दिल्ली में करेंगे विकसित भारत युवा नेताओं के संवाद की मेजबानी

Updated on: 24 November, 2024 05:45 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

अपने मासिक रेडियो प्रसारण "मन की बात" के 116वें एपिसोड में उन्होंने कहा कि 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती बहुत ही खास तरीके से मनाई जाएगी.

प्रतीकात्मक छवि

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को घोषणा की कि 11-12 जनवरी को दिल्ली में "विकसित भारत युवा नेता संवाद" आयोजित किया जाएगा. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने दावा किया कि यह विचार बिना राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले युवाओं को राजनीति से परिचित कराने की पहल का हिस्सा है. अपने मासिक रेडियो प्रसारण "मन की बात" के 116वें एपिसोड में उन्होंने कहा कि 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती बहुत ही खास तरीके से मनाई जाएगी. पीएम मोदी ने कहा कि 11-12 जनवरी को दिल्ली के भारत मंडपम में विकसित भारत युवा नेता संवाद आयोजित किया जाएगा.

रिपोर्ट के मुताबिक मोदी ने कहा, "मैंने लाल किले की प्राचीर से ऐसे युवाओं से राजनीति में आने की अपील की, जिनके पूरे परिवार की कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं है. ऐसे एक लाख युवाओं को राजनीति से जोड़ने के लिए देश में कई विशेष अभियान चलाए जाएंगे. विकसित भारत युवा नेता संवाद ऐसी ही एक पहल है". उन्होंने देश की प्रगति में योगदान के लिए देश के युवाओं की भी प्रशंसा की और कहा कि जब युवा देश को आगे ले जाने के लिए विचारों पर मंथन करने के लिए एक साथ आते हैं, तो "ठोस परिणाम" प्राप्त होते हैं.


उन्होंने कहा, "भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में युवाओं की बड़ी भूमिका है. जब युवा देश को आगे ले जाने के लिए मंथन करने के लिए एक साथ आते हैं, तो हमें निश्चित रूप से ठोस परिणाम मिलते हैं. स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती, जिसे युवा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है. 11-12 जनवरी को दिल्ली के भारत मंडपम में युवा विचारों का एक बड़ा जमावड़ा होने जा रहा है और इस पहल को "विकसित भारत युवा नेता संवाद" कहा जाता है". रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रीय कैडेट कोर स्थापना दिवस पर अपने संबोधन में, प्रधान मंत्री ने एनसीसी कैडेट के रूप में अपने स्वयं के "अमूल्य" अनुभव को याद किया.


पीएम मोदी ने कहा, "मैं एक एनसीसी कैडेट रहा हूं, इसलिए मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि मुझे इससे जो अनुभव मिला, वह मेरे लिए अमूल्य है. रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा, "एनसीसी युवाओं में अनुशासन, नेतृत्व और सेवा की भावना पैदा करती है." आपदा, बाढ़ या किसी दुर्घटना की स्थिति में एनसीसी के कैडेट हमेशा वहां मौजूद रहते हैं. 2024 में दो मिलियन से अधिक युवा एनसीसी का हिस्सा होंगे. पहले की तुलना में अब 5000 से अधिक स्कूल और कॉलेज एनसीसी का हिस्सा हैं. और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि एनसीसी में लड़की कैडेटों की संख्या लगभग 25 प्रतिशत थी, लेकिन अब यह लगभग 40 है".

अपने रेडियो प्रसारण के दौरान, मोदी ने श्रोताओं से उन प्रेरक कहानियों का जश्न मनाने का भी आग्रह किया, जिन्होंने विश्व स्तर पर अपनी पहचान बनाई, स्वतंत्रता संग्राम में योगदान दिया और "हमारी विरासत" को संरक्षित किया. उन्होंने कहा, "इस तरह की कहानियों को हैशटैग `इंडियन डायस्पोरा स्टोरीज` का उपयोग करके नमो ऐप या मायगॉव पर साझा करें." मोदी ने वरिष्ठ नागरिकों की मदद करने में भारत की "युवा शक्ति" की दयालुता और ऊर्जा की प्रशंसा की, लखनऊ के युवाओं का उदाहरण देते हुए बुजुर्गों को डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जमा करने में मदद की. उन्होंने अहमदाबाद के एक व्यक्ति के बारे में भी बात की, जो डिजिटल गिरफ्तारी सहित साइबर अपराधों के बारे में बुजुर्गों को चेतावनी दे रहा है और उनमें जागरूकता पैदा कर रहा है.


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