Updated on: 16 June, 2025 08:37 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
प्रधानमंत्री ने पुरस्कार प्राप्त करने के बाद कहा कि मैं इसे मित्रता को समर्पित करता हूं.
तस्वीर/एएफपी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सोमवार को साइप्रस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस III से सम्मानित किया गया. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री ने पुरस्कार प्राप्त करने के बाद कहा कि साइप्रस के `ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस III` को प्राप्त करके मैं बहुत खुश हूं. मैं इसे हमारे राष्ट्रों के बीच मित्रता को समर्पित करता हूं.
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रिपोर्ट के मुताबिक साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस ने प्रधानमंत्री को यह पुरस्कार प्रदान किया. ऑर्डर ऑफ मकारियोस III देश द्वारा प्रदान किया जाने वाला नाइटहुड का वरिष्ठ आदेश है, जिसका नाम साइप्रस के पहले राष्ट्रपति आर्कबिशप मकारियोस III के नाम पर रखा गया है. भारत के 1.4 बिलियन लोगों को यह पुरस्कार समर्पित करते हुए मोदी ने कहा कि यह भारत-साइप्रस की भरोसेमंद मित्रता का पुरस्कार है.
प्रधानमंत्री ने कहा, "मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में हमारी सक्रिय साझेदारी नई ऊंचाइयों को छुएगी. साथ मिलकर हम न केवल अपने दोनों देशों की प्रगति को मजबूत करेंगे बल्कि एक शांतिपूर्ण और सुरक्षित दुनिया के निर्माण में भी योगदान देंगे." विदेश मंत्रालय ने X पर पोस्ट किया, "राष्ट्रपति @क्रिस्टोडुलिडेस ने प्रधानमंत्री @नरेंद्र मोदी को साइप्रस के `ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस III` से सम्मानित किया. यह सम्मान भारत-साइप्रस के बीच स्थायी द्विपक्षीय साझेदारी और शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए साझा दृष्टिकोण के लिए मिलकर काम करने की साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है." रिपोर्ट के अनुसार साइप्रस के पुरस्कार से प्रधानमंत्री को मिले अंतरराष्ट्रीय सम्मानों की कुल संख्या 23 हो गई है. विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि मोदी ने कहा कि यह पुरस्कार भारत के "वसुधैव कुटुम्बकम" या "विश्व एक परिवार है" के सदियों पुराने दर्शन की मान्यता है जो वैश्विक शांति और प्रगति के लिए इसके दृष्टिकोण का मार्गदर्शन करता है.
बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री ने इस सम्मान को भारत और साइप्रस के बीच साझेदारी को मजबूत करने और विविधता लाने की नई प्रतिबद्धता के रूप में स्वीकार किया. रिपोर्ट के मुताबिक इस बात पर जोर दिया कि यह पुरस्कार शांति, सुरक्षा, संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और समृद्धि के लिए दोनों देशों की अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक है. मोदी अपने तीन देशों के दौरे के पहले चरण में साइप्रस में हैं.