Updated on: 30 June, 2025 04:17 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
उन्होंने दावा किया कि पुलिस उन्हें पीड़िता के ठिकाने के बारे में जानकारी नहीं दे सकी. उन्होंने कहा कि आयोग उसके साथ खड़ा है.
पुलिस ने शनिवार को पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को विरोध प्रदर्शन के दौरान हिरासत में ले लिया. फोटो/एएनआई
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की सदस्य अर्चना मजूमदार ने रविवार को साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज का दौरा किया, जहां एक छात्रा के साथ एक पूर्व छात्र समेत तीन लोगों ने कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया था. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने दावा किया कि पुलिस उन्हें पीड़िता के ठिकाने के बारे में जानकारी नहीं दे सकी. उन्होंने कहा, "आयोग उसके साथ खड़ा है." उन्होंने कहा कि एनसीडब्ल्यू का काम पीड़िता की मदद करना है, जब तक वह चाहे. मजूमदार ने कहा कि उसके माता-पिता से भी बात करना जरूरी है.
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रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा, "यह एनसीडब्ल्यू की जांच का हिस्सा है." बाद में वह कैंपस में दाखिल हुईं और गार्ड रूम गईं, जहां 25 जून को कथित घटना हुई थी. मजूमदार ने कहा, "मैं रिपोर्ट करूंगी कि मैं अपना काम पूरा नहीं कर सकी." पीड़िता की शिकायत के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी पूर्व छात्र और दो छात्रों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक, शनिवार सुबह कॉलेज के एक गार्ड को भी गिरफ्तार किया गया. मामले की जांच के लिए सहायक आयुक्त रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में पांच सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है.
केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार रविवार सुबह कोलकाता पुलिस मुख्यालय से बाहर निकले, जहां उन्हें सामूहिक बलात्कार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बाद रात भर हिरासत में रखा गया था. रिपोर्ट के अनुसार भाजपा की राज्य इकाई के प्रमुख सुकांत ने कहा कि उन्होंने निजी मुचलके पर जमानत लेने से इनकार कर दिया था. उन्होंने कहा कि पुलिस ने बिना कोई आरोप लगाए उन्हें सुबह रिहा कर दिया.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "पश्चिम बंगाल लोकतंत्र की हत्या का मैदान बन गया है." रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा नेता ने कहा कि राज्य में महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाएं बेखौफ हो रही हैं. पुलिस ने शनिवार को सुकांत के नेतृत्व में भाजपा की एक रैली को रोक दिया था और उन्हें और पार्टी के कई अन्य नेताओं को हिरासत में ले लिया था, जब उन्होंने दक्षिण कोलकाता लॉ कॉलेज तक विरोध मार्च निकालने की कोशिश की थी. टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने शनिवार को कहा कि छात्रा के साथ बलात्कार की घटना की जांच युद्ध स्तर पर चल रही है और उन्होंने जोर देकर कहा कि टीएमसी के नेतृत्व वाली पश्चिम बंगाल सरकार महिलाओं के खिलाफ अपराध के प्रति "शून्य सहिष्णुता" रखती है.
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