Updated on: 27 August, 2024 11:07 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
इस घटना के बाद देश भर के डॉक्टरों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया.
कोलकाता की एक डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के खिलाफ सोमवार को बेंगलुरु के फ्रीडम पार्क में छात्रों ने प्रदर्शन किया. तस्वीर/पीटीआई
मामले से जुड़े सूत्रों ने बताया कि कोलकाता बलात्कार-हत्याकांड के जवाब में सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित राष्ट्रीय टास्क फोर्स (NTF) मंगलवार को अपनी पहली बैठक करेगी. कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 31 वर्षीय प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ 9 अगस्त को संस्थान के सेमिनार हॉल में बेरहमी से बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. इस घटना के बाद देश भर के डॉक्टरों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया. हालांकि, बाद के दिनों में, पेशेवरों के विभिन्न समूहों के साथ-साथ आम नागरिकों ने भी विरोध प्रदर्शन में भाग लिया, खासकर पश्चिम बंगाल में. जांच को कोलकाता पुलिस से केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंप दिया गया, जिसने मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया और चिकित्सा बिरादरी के सदस्यों के लिए NTF का गठन किया.
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रिपोर्ट के मुताबिक NTF के सभी सदस्यों के उद्घाटन बैठक में भाग लेने की उम्मीद है, जहां टास्क फोर्स अपने कार्यस्थलों में चिकित्सा पेशेवरों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए सिफारिशें विकसित करेगी. एनटीएफ के सदस्य डॉ सौमित्र रावत ने पहले बताया था कि सुप्रीम कोर्ट ने टास्क फोर्स को इस संबंध में तीन सप्ताह के भीतर अंतरिम रिपोर्ट और दो महीने के भीतर अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है. डॉ रावत, जो सर गंगा राम अस्पताल में सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी संस्थान के अध्यक्ष और प्रमुख भी हैं, ने बताया कि रिपोर्ट दो प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगी: चिकित्सा पेशेवरों के खिलाफ हिंसा को रोकना और डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ के लिए एक सम्मानजनक और सुरक्षित कार्य वातावरण सुनिश्चित करने के लिए एक राष्ट्रीय प्रोटोकॉल का मसौदा तैयार करना.
डॉ रावत ने टास्क फोर्स के काम की सहयोगी प्रकृति पर जोर दिया और कहा, "हम इन दिशानिर्देशों को डेवलप करने के लिए एक समिति के रूप में मिलकर काम करेंगे." केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी एक कार्यालय ज्ञापन में उल्लिखित 14 सदस्यीय एनटीएफ में पदेन सदस्य और चिकित्सा विशेषज्ञ दोनों शामिल हैं.
टास्क फोर्स की अध्यक्षता भारत सरकार के कैबिनेट सचिव करते हैं और इसमें गृह सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव, तथा अन्य प्रमुख व्यक्ति जैसे राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के अध्यक्ष, राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड के अध्यक्ष, सर्जन वाइस एडमिरल आरती सरीन और देश भर के शीर्ष चिकित्सा संस्थानों के कई प्रतिष्ठित डॉक्टर और निदेशक शामिल होते हैं.
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