Updated on: 24 January, 2024 08:25 AM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
गुजरात पुलिस ने फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाली गिरोह का पर्दा फाश कर दिया है. गुजरात पुलिस ने पॉलिसी का पैसा हासिल करने के लिए फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी तीन की तलाश जारी है.
प्रतिकात्मक तस्वीर
गुजरात पुलिस ने फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाली गिरोह का पर्दा फाश कर दिया है. गुजरात पुलिस ने पॉलिसी का पैसा हासिल करने के लिए फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी तीन की तलाश जारी है.
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इस मामले में छह आरोपियों ने धोखे से एक व्यापारी का मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त किया और बीमा पॉलिसी की राशि का दावा किया जो उसे मिलने वाली थी. मामले पर एसीपी प्रदीप सिंह जाडेजा ने कहा, ``2009 में, रामचंद्र हरिलाल पटेल नाम के एक व्यक्ति ने एक बीमा पॉलिसी ली और 2012 तक प्रीमियम का भुगतान किया.
इसके बाद साल 2020 में, वह पॉलिसी बंद करना चाहता था और वह कार्यालय गया और उसे पता चला कि उसने अपना फर्जी आवेदन जमा किया है.`` मृत्यु प्रमाण पत्र, किसी ने 15 लाख रुपये प्राप्त किए हैं. उन्होंने पुलिस से संपर्क किया. जांच की गई और 3 आरोपियों फारुख हुसैन, रोहित कुमार और सुनील शंकर स्वरूप को गिरफ्तार किया गया... अभी 3 और आरोपियों को पकड़ा जाना बाकी है."
एसीपी प्रदीप सिंह जाडेजा ने आगे कहा कि सुनील शंकर स्वरूप ने इस मामले में साथी रजनीकांत संतोष प्रसाद की मदद भी ली थी. एसीपी ने कहा कि फारुख हुसैन गुजरात का रहने वाला है और उसने मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार किया था. पैसा रोहित कुमार ने दिया था.
इन सभी आरोपियों को एक ही तरीके से 2021 में पकड़ा गया था, जिसकी पुष्टि अहमदाबाद में अपराध शाखा ने की थी. एक अन्य आरोपी चिराग गणेश परमार ने एक मामला खोला. उसकी पत्नी के नाम पर फर्जी अकाउंट बनाया और पैसे निकाल लिए.अहमदाबाद के एक अन्य आरोपी राजेश राठौड़ ने रोहित कुमार के साथ फारुख हुसैन से संपर्क किया और फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार किया. गुजरात पुलिस तीन फरार आरोपियों की जांच कर रही है.
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