Updated on: 12 May, 2025 11:14 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
भारतीय संगीत जगत में एक ऐतिहासिक दिन दर्ज हुआ, जब जावेद अख्तर, शंकर महादेवन, सोनू निगम और अन्य दिग्गज कलाकारों ने "गुनगुनालो" नामक ऐप का उद्घाटन किया.
गुनगुनालो केवल एक ऐप नहीं, बल्कि भारतीय संगीत और कला के भविष्य का रूप है.
भारतीय संगीत जगत में 5 मई 2025 का दिन ऐतिहासिक रूप से दर्ज हो गया, जब जावेद अख्तर, शंकर महादेवन, सोनू निगम, प्रसून जोशी और समीर अंजान जैसे दिग्गज कलाकारों ने "गुनगुनालो" नामक भारत का पहला आर्टिस्ट-ओन ऐप लॉन्च किया. यह भव्य आयोजन मुंबई के जियो वर्ल्ड, बीकेसी, बांद्रा स्थित स्टूडियो थिएटर में हुआ.
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गुनगुनालो: एक अभिनव प्लेटफार्म
गुनगुनालो एक अनूठा डिजिटल प्लेटफार्म है, जिसे कलाकारों ने अपनी रचनात्मकता को बिना किसी बाधा के प्रस्तुत करने के लिए विकसित किया है. यह ऐप केवल संगीत से संबंधित नहीं है, बल्कि कविता, कहानी और अन्य रचनात्मक अभिव्यक्तियों के लिए भी एक मंच प्रदान करता है. इस प्लेटफार्म पर ओरिजिनल कंटेंट, अनरिलीज़ क्लासिक, मास्टर क्लास, जैम सत्र, ओपन माइक जैसे फीचर्स होंगे, जो कलाकारों और श्रोताओं को एक नया अनुभव देंगे.
संस्थापक सदस्य और टेक्नोलॉजी
इस ऐप के संस्थापक सदस्य में जावेद अख्तर, शंकर महादेवन, सोनू निगम, अरिजीत सिंह, श्रेया घोषाल और अन्य प्रमुख कलाकार शामिल हैं. इसे टेक्नोलॉजी विशेषज्ञ श्रीधर रंगनाथन ने विकसित किया है, और इस प्लेटफार्म के सीईओ शरली सिंह हैं.
जावेद अख्तर ने इस ऐप के महत्व को उजागर करते हुए कहा, "गुनगुनालो कलाकारों को अपनी मर्जी से रचना करने की आज़ादी देता है. यह दुनिया भर में पहली बार हो रहा है, जहां कलाकार अपने काम का मालिक खुद होंगे." शंकर महादेवन ने इसे संगीत के अगले अध्याय के रूप में देखा, जहां कलाकार अपने सपनों को बिना किसी दबाव के पूरा कर सकते हैं.
सोनू निगम ने भी इस प्लेटफार्म के महत्व को समझाते हुए कहा, "गुनगुनालो वह मंच है, जिसकी हमें हमेशा तलाश थी – क्रिएटिव फ्रीडम का."
संगीत और रचनात्मकता का नया युग
गुनगुनालो एक ऐसा प्लेटफार्म है, जहां कलाकार अपनी रचनात्मकता को बिना किसी सीमाओं के व्यक्त कर सकते हैं. समीर अंजान और प्रसून जोशी जैसे दिग्गजों ने इस ऐप की तारीफ करते हुए कहा कि यह ऐप संगीत और रचनात्मकता के क्षेत्र में एक नई शुरुआत है, जहां कलाकार अपनी शर्तों पर काम कर सकते हैं और अपनी आवाज़ को सशक्त बना सकते हैं.
भविष्य की दिशा
गुनगुनालो के संस्थापक श्रीधर रंगनाथन का मानना है कि यह प्लेटफार्म हर कलाकार के लिए एक सशक्त मंच होगा, जहां वे अपनी रचनाओं को बिना किसी बंधन के प्रस्तुत कर सकेंगे. इसके साथ ही, शरली सिंह, सीईओ, ने कहा कि यह ऐप कलाकारों को एक साझा मंच प्रदान करेगा, जहां वे अपनी रचनाओं से न केवल अपना नाम रोशन करेंगे, बल्कि एक दूसरे के काम का समर्थन भी करेंगे.
विशेषताएँ और आगामी आयोजन
गुनगुनालो पर `गुनगुनालो ओरिजिनल्स` के तहत श्रेया घोषाल का विशेष गीत सबसे पहले रिलीज़ होगा. इसके अलावा, अरिजीत सिंह के साथ गायकी वर्कशॉप, इरशाद कामिल के साथ लिरिक्स लैब और सलीम-सुलेमान के प्रोडक्शन सेशन जैसी गतिविधियां भी आयोजित की जाएंगी. इसके "फैनवर्स" फीचर में, फैंस मर्चेंडाइज डिज़ाइन करेंगे, क्राउडफंडिंग करेंगे और वर्चुअल मीटअप्स में हिस्सा लेंगे.
गुनगुनालो केवल एक ऐप नहीं, बल्कि भारतीय संगीत और कला के भविष्य का रूप है. यह एक नई दिशा है, जहां कलाकार अपनी पहचान और रचनात्मकता को पूरी आज़ादी से व्यक्त कर सकते हैं. यह भारत की सांस्कृतिक आत्मा का एक नया डिजिटल स्वरूप है, जो न केवल वर्तमान को, बल्कि भविष्य को भी प्रभावित करेगा.
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