Updated on: 26 March, 2025 04:48 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
जब गुरमीत पहली बार मुंबई आए तो उनके सपनों की राह बिल्कुल भी आसान नहीं थी.
गुरमीत चौधरी
सफलता की कहानियाँ अक्सर कड़ी मेहनत, त्याग और अटूट दृढ़ता पर आधारित होती हैं और गुरमीत चौधरी की यात्रा इसका एक आदर्श उदाहरण है. मुंबई में संघर्षपूर्ण जीवन से लेकर अब शहर में 16 करोड़ रूपए के आलीशान घर के मालिक होने तक की उनकी कहानी वास्तव में प्रेरणादायक है. जब गुरमीत पहली बार मुंबई आए तो उनके सपनों की राह बिल्कुल भी आसान नहीं थी.
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उन्हें पैसे बचाने के लिए कई बार भूखा रहना पड़ता था और कई बार तो उनके पास अपनी बाइक में पेट्रोल भरवाने के भी पैसे नहीं होते थे. रहने की स्थितियाँ भी बहुत कठिन थीं - वे 10-12 लोगों के साथ एक छोटे से कमरे में रहते थे और अक्सर उन्हें फर्श पर सोना पड़ता था. लेकिन इन कठिनाइयों के बावजूद, उन्होंने कभी भी अपने लक्ष्य से ध्यान नहीं भटकाया.
इस पूरे सफर में उनकी पत्नी देबिना बनर्जी हमेशा उनके साथ रहीं और उनका सबसे बड़ा सहारा बनीं. उन्होंने मिलकर चुनौतियों का सामना किया, छोटी-छोटी सफलताओं का जश्न मनाया और अपने सपनों को कायम रखा. उनकी कहानी यह साबित करती है कि सही साथी के साथ सफलता और भी मधुर होती है.
अपनी यात्रा के बारे में याद करते हुए, गुरुमीत कहते हैं, "मैं एक सूटकेस, ढेर सारे सपने और कड़ी मेहनत में अटूट विश्वास के साथ मुंबई आया था. कई संघर्ष थे, लेकिन मैंने अपनी आत्मा को कभी टूटने नहीं दिया. आज जब मैं अपने नए घर में कदम रख रहा हूं, तो मैं अपने अतीत से सीखे गए सबक अपने साथ ले जा रहा हूं और उन सभी का आभारी हूं जिन्होंने इस यात्रा के दौरान मेरा समर्थन किया है - खासकर डेबी जो मेरी ताकत रही हैं." बड़े सपने देखने वाले एक युवा से एक प्रसिद्ध अभिनेता बनने और अब ₹16 करोड़ के घर के मालिक बनने तक का गुरमीत चौधरी का सफर याद दिलाता है कि कड़ी मेहनत और समर्पण के साथ सपनों को हकीकत में बदला जा सकता है.
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