Photos/Saqib Ayub
`हमारे देश में करोड़ों लोग इंजीनियर बनते हैं. हर साल डॉक्टर बनते हैं. देखा जाए तो हर क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा है. इस क्षेत्र में निश्चित रूप से ग्लैमर है. लेकिन प्रतिस्पर्धा के अलावा भी प्रतिभा नाम की कोई चीज होती है. मेरा मानना है कि अगर आपमें प्रतिभा है. आपमें कड़ी मेहनत करने की क्षमता है और आप में धैर्य है. मेरा मानना है कि आप जहां जाना चाहें, वहां पहुंच सकते हैं.`
`मैं खुद को अपना प्रतिस्पर्धी मानता हूं. मैं खुद से बेहतर बनने की ख्वाहिश रखता हूं. मैं कल की तुलना में आज बेहतर हूं. अगले दिन मैं और भी बेहतर हो जाऊं. एक अभिनेता और एक इंसान दोनों के रूप में, मुझे लगता है कि अगर आप बेहतर होते रहे तो सफलता आपके कदम जरूर चूमेगी.`
`बॉलीवुड में आउटसाइडर्स को ज्यादा चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. उन लोगों की तुलना जो फिल्मी बैकग्राउंड से हैं. जैसे थाली में परोसने से ही हमें कुछ नहीं मिलता. हमारे लिए वेब सीरीज़ और फ़िल्में सामने से नहीं आतीं, कोई निर्माता नहीं हैं जो हमें लॉन्च करेंगे, बाहरी व्यक्ति को संघर्ष के दौर से गुजरना पड़ता है. काम पाने के लिए हमें सैकड़ों ऑडिशन देने पड़ते हैं. इनमें से कोई भी हमें मना कर देता है. स्टूडियो के बाहर और स्टूडियो के अंदर कई घंटों तक इंतजार करना पड़ता है. कई जगह रिजेक्ट भी हो जाते हैं. कई बार ऐसा होता है कि आपको मुंह पर ही रिजेक्ट कर दिया जाता है.`
`यहां आपके लिए कुछ भी नहीं है, आप यहां से जाइए, आप दोबारा कोशिश कीजिए... यह संघर्ष का दौर था, मुझे लगता है कि यह सबसे बड़ी चुनौती है. उसके बाद अगर आप नाम कमा लेते हैं तो कई चुनौतियां आसान हो जाती हैं. मुझे लगता है कि पिछले कुछ सालों में ओटीटी आने के बाद टैलेंटेड एक्टर्स को ज्यादा काम मिलने लगा है. आज हमें भी मौका दिया गया है. जो कि बहुत अच्छी बात है. हालाँकि ऑफ-सेट चुनौतियाँ हैं, लेकिन ऑन-सेट चुनौतियाँ भी हैं.`
`नए प्रोजेक्ट के लिए पहले जाने-माने अभिनेताओं का चयन किया जाता है. इनमें स्टार किड्स भी शामिल हैं. नया प्रोजेक्ट पाने में मेरे लिए चुनौती यह है कि अगर मेरा पिछला प्रोजेक्ट काम करता है तो मुझे उससे बड़ा फायदा मिलता है. अगर `फ़र्ज़ी` हिट नहीं होती तो मुझे `लव अधूरा` नहीं मिलती. अगर `बॉम्बे मेरी जान` हिट नहीं होती तो मुझे `लव अधूरा` नहीं मिलती. मेरी एक ही कोशिश है कि मेरा शो या मेरी फिल्म रिलीज हो. ताकि मुझे ज्यादा काम मिले. अगर ऐसा नहीं हुआ तो मुझे एजेंसी पर निर्भर रहना पड़ेगा. अभी मुझे भी ऑडिशन देना है. इस जगह पर कंपटीशन के लिए एक की जगह 10 लोग ज्यादा होते हैं. जब आपका नाम डायरेक्ट स्टूडियो से आता है. प्रतियोगिता में आपके साथ दो और लोग हैं. इस वजह से प्रोजेक्ट मिलना मुश्किल हो जाता है.`
`भविष्य में मैं ऐसी भूमिकाएं करना चाहता हूं जो मेरे लिए चुनौतीपूर्ण हों. लेखकों द्वारा निभाई गई भूमिकाएँ काफी चुनौतीपूर्ण हैं. इसकी कई परतें होती हैं. हमें किरदार पर बहुत काम करना होगा और बहुत अभ्यास करना होगा मैं खुद को एक सीधा अभिनेता मानता हूं. निर्देशक और अभिनेता ही वे होते हैं जिन्हें लेखक को पिछली भूमिकाएँ मिलती हैं. इसका मतलब ये नहीं कि मैं ग्लैमरस रोल नहीं करना चाहती.`
`बॉलीवुड में ग्लैमर एक बड़ी भूमिका निभाता है. ग्लैमरस किरदार निभाने का अलग ही मजा है. मैं यह नहीं कह रहा कि इसके लिए कम तैयारी की जरूरत है. नाचना-गाना-अभिनय, ये सब होता है. मुझे भी ऐसे रोल करने में दिलचस्पी है. लेकिन फिलहाल मेरी दिलचस्पी लेखक में ज्यादा है.`
`मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मुझे अद्भुत कलाकारों के साथ काम करने का मौका मिला है. इसमें मेरा अनुभव सिर्फ सीखने का रहा है, और कुछ नहीं. एक अभिनेता के तौर पर मैंने इस मौके का पूरा फायदा उठाया है. इम्तियाज अली, अयान मुखर्जी, आमिर खान सर, रणबीर कपूर, अमिताभ बच्चन सर, ये लोग बॉलीवुड इंडस्ट्री के टॉप एक्टर हैं. मैंने उनसे सीखने की कोशिश की है. कैसे कार्य करना है, नेतृत्व की एक शैली जो अपना पूरा सेट लेकर चलती है, मैंने उन लोगों से बहुत कुछ सीखा है.`
`नकारात्मक किरदार निभाना तब आसान होता है जब आप कुछ हद तक उस किरदार से जुड़ पाते हैं. आपने उस किरदार में मौजूद व्यक्ति के साथ अनुभव किया होगा, या अपनी किताबों में पढ़ा होगा, आपने कई फिल्मों में उस तरह का किरदार देखा होगा, इसके अलावा अगर आपका निर्देशक या लेखक इस किरदार में आपकी मदद कर रहा है, तो एक भूमिका निभाएं। नकारात्मक चरित्र. यह आसान हो जाता है. जब आप किरदार से परिचित नहीं होते तो आपके लिए यह मुश्किल हो जाता है.`
`यदि आपने उस चरित्र के बारे में कभी कुछ नहीं पढ़ा है, कभी उसके बारे में कुछ नहीं देखा है, या उसके बारे में कभी कुछ नहीं जाना है. ऐसे किरदार के लिए तैयारी करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है. मुझे लगता है कि सब कुछ अवलोकन और दृष्टिकोण पर निर्भर करता है. आपने दुनिया का जितना अधिक हिस्सा देखा है. आप कुछ पात्र तैयार कर सकते हैं.`
`लव अधूरा एक रोमांटिक थ्रिलर है. जहां प्यार भी है और ड्रामा भी. हर कोई किसी न किसी को बेवकूफ बना रहा है. असली जिम्मेदार कौन है? ये जानने के लिए दर्शकों को एपिसोड देखना होगा. बीच-बीच में आपको रोमांस भी देखने को मिलेगा. इसमें मेरा किरदार एक साइको हिटमैन का है. वह किसी भी हद तक जा सकता है. कुछ हद तक वह बेशर्म है, कुछ हद तक वह मुँहफट है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह कहां किसी से बात कर रहे हैं. मुझे यह किरदार निभाने में बहुत मजा आया. इस किरदार को निभाने के लिए मेरे निर्देशक तनवीर बुकवाला ने मुझे बहुत सपोर्ट किया है. हम इस किरदार को जीवंत बनाने में उनके इनपुट रहे हैं। उनकी वजह से मुझे यह किरदार निभाने की आजादी मिली.`
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