ब्रेकिंग न्यूज़
होम > मुंबई > मुंबई क्राइम न्यूज़ > आर्टिकल > महाराष्ट्र: मां की 48 घंटे से तलाश कर रहा था युवक, गिरे पेड़ के नीचे पड़ा था महिला का शव

महाराष्ट्र: मां की 48 घंटे से तलाश कर रहा था युवक, गिरे पेड़ के नीचे पड़ा था महिला का शव

Updated on: 22 June, 2024 02:11 PM IST | mumbai
Diwakar Sharma | diwakar.sharma@mid-day.com

विरार: 48 घंटे से लापता अपनी मां की तलाश कर रहे एक व्यक्ति ने कई सीसीटीवी रिकॉर्डिंग देखीं और एक संभावित स्थान की पहचान की. बुधवार की सुबह गिरे हुए एक बड़े इमली के पेड़ के नीचे अपनी मां की साड़ी को देखकर वह रो पड़ा.

अधिकारी मंजुला झा के शव को खोजने के लिए लकड़ी के लट्ठे हटाते हुए. तस्वीरें/हनीफ पटेल

अधिकारी मंजुला झा के शव को खोजने के लिए लकड़ी के लट्ठे हटाते हुए. तस्वीरें/हनीफ पटेल

विरार: 48 घंटे से लापता अपनी मां की तलाश कर रहे एक व्यक्ति ने कई सीसीटीवी रिकॉर्डिंग देखीं और एक संभावित स्थान की पहचान की. बुधवार की सुबह गिरे हुए एक बड़े इमली के पेड़ के नीचे अपनी मां की साड़ी को देखकर वह रो पड़ा. 48 घंटे बाद उसका शव बरामद किया गया, जो बुरी तरह सड़ चुका था. मृतका की पहचान मंजुला झा के रूप में हुई है, जो 60 के दशक के उत्तरार्ध में थी.

उसके बेटे ने शव को बरामद करने के लिए कुछ नहीं करने के लिए अधिकारियों को दोषी ठहराया है. 19 जून को अर्नाला पुलिस स्टेशन में उसके बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होने के बावजूद, बुजुर्ग महिला का शव 48 घंटे से अधिक समय तक उखड़े हुए इमली के पेड़ के नीचे फंसा रहा. मिड-डे ने कई बार वीवीसीएमसी से संपर्क किया, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली.


जब एजेंसियों, जिसमें नागरिक और पुलिस अधिकारी शामिल थे, को सूचित किया गया, तो वे सभी मौके पर पहुंचे और उसका बुरी तरह सड़ चुका, आभूषणों से लदा शव बरामद किया गया. शव को विरार के नजदीकी ग्रामीण अस्पताल में भेजा गया, जहां उसका पोस्टमार्टम किया गया. मिड-डे ने विरार के बोलिंज नाका स्थित उसके घर का दौरा किया, जहां परिवार के सदस्य इस अपूरणीय क्षति पर फूट-फूट कर रो रहे थे.


एक पड़ोसी ने बताया, “झा अपने दो बेटों और उनके परिवारों के साथ मुश्किल से एक सप्ताह पहले ही विरार शिफ्ट हुई थीं. इससे पहले, वे दो दशकों से अधिक समय तक काशीमीरा में रहते थे.”

अर्नाला थाने के वरिष्ठ निरीक्षक विजय पाटिल ने बताया, “शुरुआती तलाशी अभियान के बाद, उनके बेटे सुरेश झा ने अर्नाला पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई. हम उनकी तलाश कर रहे थे, लेकिन वह कहीं नहीं मिलीं. गुरुवार को मंजुला के बेटों ने आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगालने शुरू कर दिए थे.”


मंजुला झा (फाइल फोटो)

फिल्म उद्योग में काम करने वाले उनके छोटे बेटे नरेश झा ने रोते हुए कहा, “अगर मुझे विरार में जान का खतरा होता, तो मैं कभी शिफ्ट नहीं होता.” घटनास्थल पर मौजूद एक महिला ने बताया, “बुधवार की सुबह मंजुला अपने पोते-पोतियों को स्कूल बस में छोड़ने गई थीं. वह पूजा के लिए फूल तोड़ने के लिए इमली के पेड़ के नीचे रुकी थीं. तेज हवा और बारिश के कारण पेड़ गिर गया.”

नरेश ने बताया, `सीसीटीवी फुटेज में मेरी मां लौटती दिख रही थीं. इमली के पेड़ के पास पहुंचने के बाद वह दिखाई नहीं दीं, इसलिए मुझे संदेह हुआ कि शायद वह शाखाओं के नीचे फंस गई होंगी.` बड़े बेटे सुरेश झा ने बताया, `मेरी मां हमारी ताकत का स्तंभ थीं. मेरे पिता का करीब 20 साल पहले निधन हो गया था. वह सुबह टहलने जाती थीं और सुबह 7.30 बजे तक घर लौट आती थीं. लेकिन 19 जून को जब वह वापस नहीं आईं तो हम चिंतित हो गए. शुरू में हमें किसी अनहोनी की आशंका नहीं थी, इसलिए मैं काम पर चला गया. हालांकि, जब मैंने सुना कि वह दोपहर तक भी घर नहीं लौटीं, तो मैं वापस भागा. हमने रेलवे स्टेशन पर भी घोषणा की कि कहीं वह वहां न हों, क्योंकि वह हमारे पुराने पड़ोसियों से मिलने कश्मीरी जाने वाली थीं.` सुरेश ने बताया, `शरीर इतनी बुरी तरह सड़ चुका था कि उनकी आंखें बाहर निकल आई थीं. इससे दुर्गंध आने लगी थी. इसके लिए कौन जिम्मेदार है?”

दुर्गंध आने पर हुई जानकारी

स्थानीय निवासियों ने मिड-डे को बताया कि शव बुरी तरह सड़ चुका था. स्थानीय निवासी ने बताया, "एक बुजुर्ग महिला (मंजुला) के रिश्तेदार सुबह (शुक्रवार) इस जगह पर आए और तलाशी अभियान शुरू किया. अचानक, मैंने सुना कि एक महिला पेड़ के नीचे फंसी हुई है. वह शाखाओं और इलाके में फेंके गए कचरे के कारण दिखाई नहीं दे रही थी."

पीड़िता को खोजने के लिए तलाशी अभियान के दौरान पुलिस अधिकारी. तस्वीरें/हनीफ पटेल

जब पूछा गया कि क्या किसी ने आस-पास दुर्गंध महसूस की, क्योंकि असहनीय नमी के बीच रुक-रुक कर बारिश होने के कारण शव लावारिस पड़ा था, तो एक महिला ने कहा, "इस इलाके में अक्सर चूहे मरते हैं और हम ऐसी गंध के आदी हैं, हमें एहसास नहीं हुआ कि इस बार यह एक इंसान था." अर्नाला पुलिस ने मामले के संबंध में एक आकस्मिक मृत्यु रिपोर्ट (एडीआर) दर्ज की है. मिड-डे ने वीवीसीएमसी कमिश्नर अनिल पवार से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कॉल और संदेशों का जवाब नहीं दिया.

अन्य आर्टिकल

फोटो गेलरी

रिलेटेड वीडियो

This website uses cookie or similar technologies, to enhance your browsing experience and provide personalised recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy. OK