Updated on: 08 March, 2024 05:56 PM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान दो सिलेंडर मुफ्त देने की भी घोषणा की गई थी, लेकिन वहां भी ये दोनों सिलेंडर नहीं दिए गए.
`मोदी सरकार` विज्ञापनों पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है. ये विज्ञापन `मोदी सरकार` के हैं.
Lok Sabha Election 2024: प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे (Atul Londhe) ने आरोप लगाया है कि लोकसभा चुनाव में हार की आशंका से जूझ रही भारतीय जनता पार्टी (BJP) एक के बाद एक वार कर रही है. महिला दिवस के मौके पर गैस सिलेंडर पर 5 रुपये की कटौती की गई है. राजस्थान विधानसभा चुनाव में 450 रुपये में गैस सिलेंडर देने के होर्डिंग्स लगाए गए थे, लेकिन सत्ता में आने के बावजूद अभी तक 450 रुपये का कोई सिलेंडर नहीं आया है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान दो सिलेंडर मुफ्त देने की भी घोषणा की गई थी, लेकिन वहां भी ये दोनों सिलेंडर नहीं दिए गए. चुनाव से पहले कीमतें कम करना बीजेपी का चुनावी हथकंडा है.
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तिलक भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए अतुल लोंढे ने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने आगे कहा कि 2014 से पहले भारतीय जनता पार्टी को `महंगाई डायन` लगती थी, लेकिन इतनी महंगाई बढ़ने के बावजूद क्या अब भी वैसी ही महंगाई होने लगी है. क्या आप बीजेपी के लिए `डार्लिंग` की तरह महसूस करते हैं? 2014 तक यूपीए सरकार 410 रुपये प्रति गैस सिलेंडर पर सब्सिडी दे रही थी लेकिन बीजेपी की मोदी सरकार आने के बाद उन्होंने इस सब्सिडी को शून्य कर दिया और 410 रुपये वाले गैस सिलेंडर की कीमत 1200 रुपये कर दी. पेट्रोल-डीजल के मामले में यूपीए सरकार के दौरान जब कच्चा तेल 112 डॉलर प्रति बैरल था, तब पेट्रोल 72 रुपये प्रति लीटर था. यूपीए सरकार 3.54 रुपये टैक्स लगा रही थी, लेकिन मोदी सरकार ने टैक्स बढ़ाकर 33 रुपये कर दिया है. मोदी सरकार ने इस टैक्स के जरिए लोगों से 35 लाख करोड़ रुपये लूटे. क्या आज भी 106 रुपये प्रति लीटर महंगा नहीं लगता पेट्रोल? आज भले ही भाजपा ढिंढोरा पीट रही हो कि गैस सिलेंडर 100 रुपये कम हो गया है, लेकिन माताएं-बहनें उनकी झूठी घोषणाओं में नहीं आएंगी.
पत्रकार परिषद, टिळक भवन, मुंबई https://t.co/kDIKiRNbmg via @YouTube
— Atul Londhe Patil (@atullondhe) March 8, 2024
`मोदी सरकार` विज्ञापनों पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है. ये विज्ञापन `मोदी सरकार` के हैं. देश या सरकार किसी एक व्यक्ति की नहीं होती, इसलिए इन विज्ञापनों का खर्च भाजपा को उठाना चाहिए, लेकिन यह सरकारी खजाने से हो रहा है, यानी यह जनता का पैसा है. अतुल लोंढे ने यह भी कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण इस संबंध में चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराएंगे.
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