Updated on: 30 June, 2024 02:16 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
इस घटना के बाद बलपुर हवाई अड्डे और दिल्ली हवाई अड्डे के टी1 पर छतरी गिरने की घटनाएं हुई थीं.
राजकोट एयरपोर्ट के बाहर छतरी का एक हिस्सा शनिवार को ढह गया. फोटो/पीटीआई
शनिवार की सुबह भारी बारिश के बीच राजकोट हवाई अड्ड के पिक अप और ड्रॉप एरिया में छतरी गिर गई, जो तीन दिनों में देश भर में इस तरह की तीसरी घटना है. इस घटना के बाद गुरुवार और शुक्रवार को क्रमशः मध्य प्रदेश के जबलपुर हवाई अड्डे और दिल्ली हवाई अड्डे के टी1 पर छतरी गिरने की घटनाएं हुई थीं.
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राजकोट एयरपोर्ट के सूत्रों ने कहा, "प्रारंभिक जानकारी से पता चलता है कि किसी के घायल होने या हताहत होने की सूचना नहीं है. गुजरात में इस समय भारी बारिश हो रही है, क्योंकि दक्षिण-पश्चिम मानसून राज्य में आगे बढ़ रहा है." एनडीआरएफ के सूत्रों ने कहा, "कुछ क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश के पूर्वानुमान के बीच राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की सात टीमों को कच्छ, राजकोट, देवभूमि द्वारका, गिर सोमनाथ, भावनगर, नर्मदा और वलसाड जिलों में तैनात किया गया है."
नागरिक उड्डयन मंत्रालय (एमओसीए) ने शुक्रवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर छतरी गिरने की घटना के बाद पूरे भारत के सभी एयरपोर्ट के संरचनात्मक ऑडिट का आदेश दिया है. MoCA ने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) को निर्देश दिया है कि वह भारत के सभी हवाई अड्डों को संरचनात्मक ऑडिट करने और मंत्रालय को अपने निष्कर्ष प्रस्तुत करने के लिए परिपत्र जारी करे."
MoCA के प्रवक्ता ने मिड-डे को बताया "भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को सभी छोटे और बड़े हवाई अड्डों को एक परिपत्र जारी करने का काम सौंपा गया है, जिसमें संरचनात्मक ताकत का गहन निरीक्षण अनिवार्य है. ये निरीक्षण तत्काल किए जाने हैं, जिन्हें पूरा करने के लिए 2-5 दिनों की सख्त समय सीमा है. निरीक्षण के बाद समीक्षा के लिए MoCA को व्यापक रिपोर्ट प्रस्तुत की जानी है".
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